कानपुर: रेलवे के निगमीकरण के खिलाफ भारतीय रेलवे मजदूर संघ ने मंगलवार को संघर्ष दिवस मनाया. इस मौके पर भारतीय रेलवे मजदूर संघ के आह्वान पर रेलवे के कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर प्रदर्शन किया.
महत्वपूर्ण बिंदु-
- भारतीय रेलवे मजदूर संघ ने किया प्रदर्शन
- रेलवे के निगमीकरण और निजीकरण का किया विरोध
- कर्मचारियों ने मांगे नहीं मानने पर सरकार को दी हड़ताल की चेतावनी
देश की लाइफ लाइन कही जाने वाले भारतीय रेल को चलाने में सरकार को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. ऐसे में सरकार ने रेलवे में कई चीजों का वाणिज्यीकरण कर रही है. जिसको देखते हुए मध्य रेलवे कर्मचारी संघ ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही कर्मचारियों ने केंद्र सरकार द्वारा रेलवे में नौकरी के लिए निर्धारित की गई उम्र का मुद्दा भी उठाया. इसके साथ ही कर्मचारियों ने कहा कि, अगर सरकार रेलवे के निजीकरण पर रोक नहीं लगाती है तो भविष्य में समस्त रेल कर्मचारियों के हक की लड़ाई भारतीय रेलवे मजदूर संघ लड़ेगा. जिसमें 1947 जैसी हड़ताल भी हो सकती है. इसलिए सरकार को रेलवे की सुविधाओं पर ध्यान देना चाहिए और कर्मचारियों के हित में निजीकरण को टाल देना चाहिए.