कानपुर: तेज बुखार, शरीर में दर्द, आंखों के पीछे दर्द व जलन, सिरदर्द व त्वचा में चकत्ते पड़ने पर फौरन टेस्ट कराएं. ये डेंगू या वायरल फीवर के लक्षण हैं. अगर प्लेटलेट्स घट रहीं हैं, तो घबराएं बिल्कुल नहीं. ओरआरएस का घोल, नारियल पानी व छाछ पीएं. इंडियन मेडिकल एसोसिशएन के अध्यक्ष(President of Indian Medical Association) डॉ.पंकज गुलाटी ने यह बातें प्रेस वार्ता में कहीं.
दरअसल, डॉ.पंकज गुलाटी ने विश्व मधुमेह दिवस(world diabetes day) के मौके पर कानपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने मधुमेह व डेंगू से बचाव संबंधी जानकारी साझा की. इंडियन मेडिकल एसोसिशएन के अध्यक्ष डॉ.पंकज गुलाटी ने बताया कि जीवन शैली व खानपान में बदलाव करके हम डायबिटीज से दूर रह सकते हैं.
डॉ. वीसी रस्तोगी ने बताया नीले रंग का गोलाकार निशान विश्व मधुमेह दिवस को दर्शाता है. नीला रंग, आकाश का रंग है जो विश्व के सभी रास्तो को जोड़ता है. गोले का निशान विश्व मुधमेह समुदाय एकता की प्रतीक है. आइएमए कानपुर के सचिव डॉ. अमित सिंह गौर ने बताया बेहतर जीवन शैली, संतुलित भोजन, व्यायाम, स्वस्थ शरीर एवं मस्तिष्क मधुमेह से बचाव करने में सहायक है. वजन घटाने से रक्त शर्करा नियंत्रित होती है. डायबिटीज लाइफ स्टाइल से संबंधित एक ऐसी बीमारी है, जिसको रोका जा सकता है.