कानपुर: जिले में शनिवार को शहर पहुंची केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने बहुत अधिक प्रयास किया कि नियमपूर्वक संसद का सदन संचालित हो लेकिन, विपक्ष का पहले दिन से केवल एक ही एजेंडा था कि सदन को नहीं चलने देना है. उनके सदस्यों ने रणनीति बनाकर हमेशा सरकार के फैसलों का विरोध किया. सरकार की ओर से जो सेवा बिल प्रस्तुत किया गया, उसके खिलाफ भी विपक्ष के सदस्य एकजुट हो गए. उनकी सोच यही थी, कि किसी तरह मानसून सत्र को प्रभावित कर दिया जाए जिससे कोई काम न हो सके.
जिस तरह विपक्ष ने संसद के मानसून सत्र का समय बर्बाद किया है, उससे यह बात साफ हो गई कि विपक्ष किसी अहम विषय पर चर्चा करना नहीं चाहते थे. विपक्ष के सदस्य चर्चा से भागने का लगातार प्रयास करते रहे है. सदन में हंगामा किया और वॉकआउट कर गए. इससे विपक्ष के सदस्यों का दोहरा चरित्र और दोहरा चेहरा आम मतदाताओं और जनता के सामने आ चुका है. आने वाले लोकसभा 2024 के चुनाव में जनता इसका जवाब देगी.
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इसी तरह जब केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल से ज्ञानवापी परिसर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर सवाल किया गया तो जवाब में उन्होंने कहा, कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला सभी को मान्य है. जैसे आदेश हुआ है, सभी उसका पालन करेंगे.
शहर में शनिवार को एक अनूठा वाक्या तब हुआ, जब सर्किट हाउस में एक साथ केंद्रीय वाणिज्य उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल पहुंची. वहीं, दूसरी ओर उनके पति प्राविधिक शिक्षा व उपभोक्ता मामले के मंंत्री आशीष पटेल भी पहुंच गए. सालों बाद ऐसा हुआ, जब एक साथ पति-पत्नी कानपुर पहुंचे. इस मौके पर उत्साहित कार्यकर्ताओं ने सभी का जमकर स्वागत किया. वहीं, एक गोपनीय बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल व कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने एक साथ लोकसभा चुनाव को देखते हुए अपना दल के लिए रणनीति तैयार की.
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