कानपुर: आईआईटी कानपुर में जो नवाचार होते हैं, निश्चित तौर पर उनकी प्रमाणिकता जरूर होती होगी. यह बात अब इसलिए भी और सिद्ध हो गई है क्योंकि, बुधवार देर रात जो देश के 100 शीर्ष शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग जारी की गई, उसमें आईआईटी कानपुर को 63वां स्थान मिला है. जबकि पिछले साल आईआईटी कानपुर का 66वां स्थान था.
इसे आईआईटी कानपुर का अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन कहा जा रहा है. वहीं, अखिल भारतीय स्तर पर शीर्ष 10 में आईआईटी कानपुर छठवें स्थान पर काबिज रहा. पिछले साल की तरह अब आईआईटी कानपुर को देश के शीर्ष 100 संस्थानों में जगह बनाने में सफलता मिल गई है.
उच्च शिक्षा में भारत ने चीन को पीछे किया: क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत ने चीन को पीछे कर दिया है. सूची में इस सत्र के दौरान भारत के 148 विवि शामिल किए गए, वहीं चीन के 133 और जापान के 96 विवि शामिल रहे. पिछली रैंकिंग के मुकाबले भारत के विवि की संख्या में वृद्धि हुई है. सत्र में पिछले साल की तुलना में भारत के 37 विवि ज्यादा रहे. भारत ने आउटबाउंड स्टूडेंट मोबिलिटी (विदेश जाने वाले छात्रों) में भी उपलब्धि हासिल की है. क्यूएस रैंकिंग को लेकर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव प्रो.अभय करंदीकर ने कहा कि आईआईटी कानपुर की रैंकिंग पिछले कई सालों से लगातार बेहतर हो रही है.
कौन किस पायदान पर
संस्थान भारत में रैंकिंग एशिया में रैंकिंग
आईआईटी मुंबई पहली 40वीं
आईआईटी दिल्ली दूसरी 46वीं
आईआईटी मद्रास तीसरी 53वीं
आइआइएससी बेंगलुरु चौथी 58वीं
आईआईटी खड़गपुर पांचवीं 59वीं
आईआईटी कानपुर छठवीं 63वीं
दिल्ली विवि सातवीं 94वीं
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