कानपुर: सेन्ट्रल स्टेशन पर लीज के नाम पर टैक्स चोरी की जा रही है. इसका खुलासा बुधवार को जीएसटी टीम की छापेमारी में हुआ. जीएसटी टीम ने सेन्ट्रल स्टेशन पर बिना अनुमति लिए छापेमारी से उप मुख्य यातायात प्रबंधक खासा नाराज दिखे. उनके इस रवैए से अंदाजा लगाया जा रहा है कि उन्हें टैक्स चोरी के बारे में पहले से ही जानकारी थी.
जीएसटी अधिकारियों ने माल को कब्जे में लिया
बुधवार को कानपुर सेन्ट्रल के प्लेटफार्म नंबर सात पर कालिन्द्री एक्सप्रेस के आते ही स्टेशन पर पहले से ही मौजूद जीएसटी टीम पार्सल यान के पास पहुंच गई . पार्सल यान खुलते ही जीएसटी ने 47 नगो को अपने कब्जे में ले लिया. माल छुड़ाने आए लोग किसी भी नग का पर्चा नहीं दिखा सके. इसकी वजह से जीएसटी के अधिकारियों ने माल को अपने कब्जे में ले लिया.
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छापेमारी से नाराज दिखे उप मुख्य यातायात प्रबंधक
इसकी भनक जैसे ही उप मुख्य यातायात प्रबंधक हिमांशु शेखर उपाध्याय को हुई तो वो खासा नाराज हो गए. उनकी नाराजगी देख जीएसटी के अधिकारी भी पीछे हट गए. इसके बाद बगैर बिल के आया पूरा माल पार्सल घर में पहुंचा दिया गया.
जीएसटी ज्वाइंट कमिशनर ने दी जानकारी
जीएसटी ज्वाइंट कमिशनर ने बताया कि कालिन्द्री एक्सप्रेस में लीज से माल आया है. इसकी जांच करने के लिए उसको रोका गया है. आरआर बिल्टी मिलने के बाद जब रेलवे कहेगा, तब इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
ज्वाइंट कमिशनर का कहना है कि जीएसटी की चोरी रेलवे की मिलीभगत से की जा रही है. रेलवे विभाग कहता है कि सारा माल आरआर से बुक होता है और उसी से ही आता है, इसलिए उसकी जांच की जाएगी. सेन्ट्रल स्टेशन पर जीएसटी की छापेमारी पर उप मुख्य यातायात प्रबंधक का कहना है कि उन्होंने अनुमति मांगी थी, इसलिए उनको माल के जांच करने की अनुमति दी गई है.