कानपुर: शहर के मयूर समूह के ठिकानों पर बुधवार को जीएसटी (राज्य कर) विभाग के अफसरों ने छापा मारा है. छापा मारते ही समूह के सिविल लाइंस स्थित कार्यालय और घर के अंदर अफरा-तफरी मच गई. दरअसल, कुछ दिनों पहले ही इस समूह के 30 से अधिक ठिकानों पर आयकर अफसरों ने छापेमारी की थी. समूह के कार्यालय पर जैसे ही जीएसटी अफसरों के वाहन पहुंचे तो कुछ देर के लिए पहले कर्मियों ने अफसरों को अंदर जाने से रोक लिया. हालांकि, साथ में मौजूद पुलिस फोर्स देख कर्मी पीछे हट गए और अफसरों ने कार्यालय के अंदर पहुंचते ही दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए.
फिलहाल, जीएसटी अफसरों की ओर से कार्रवाई को लेकर कोई जानकारी अभी नहीं दी गई है. इस मामले में अफसरों का कहना था कि शिकायतें मिलीं थीं, इसलिए छापा मारा गया था. वहीं, इस कार्रवाई के बाद शहर के उद्यमियों के बीच जीएसटी छापे को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे है.
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कई दिनों तक आयकर अफसरों की टीमें रहीं थीं मौजूद: शहर के मयूर समूह का कारोबार देश और दुनिया के तमाम शहरों तक फैला है. शहर के वरिष्ठ उद्यमी बताते हैं कि समूह का सालाना हजारों करोड़ रुपये का टर्नओवर है, कुछ दिनों पहले जब आयकर अफसरों की टीमों ने समूह के 30 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी, तो लाखों रुपये की कैश और अच्छी मात्रा में ज्वैलरी बरामद हुई थी. इसके अलावा आयकर अफसरों को यह भी पता लग गया था कि समूह की ओर से कई बोगस कंपनियां बनाकर करोड़ों रुपये के लेनदेन किए गए हैं. आयकर अफसरों द्वारा इसी मामले की जांच जारी है. समूह से साक्ष्य मांगे गए हैं, जिसे उपलब्ध कराने के बाद ही कार्रवाई संबंधी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.
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