कानपुर: शहर में मिलावटखारों की मुश्किलें अब पहले से ज्यादा बढ़ने वाली हैं. पहली बार खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की ओर से एक ऐसी एडवांस्ड लैब तैयार हो रही है, जिसमें नमूनों का परीक्षण मिनटों में हो जाएगा. यानी, यह भी कह सकते हैं कि अधिकतम एक दिन के अंदर ही अफसरों के पास सैंपल रिपोर्ट होगी. जिसके आधार पर वह मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई कर सकेंगे. दरसअल अब तक जो अफसर सैंपलिंग करते हैं तो उसकी रिपोर्ट आने में औसतन तीन से चार दिनों का समय लग जाता है. लैब बनने से अब यह दिक्कत पूरी तरह से दूर हो जाएगी.
जी प्लस थ्री जैसा दिखेगा भवन: सहायक खाद्य आयुक्त वीपी सिंह ने बताया कि शहर के मंधना स्थित बगदौदी कछार में 23 करोड़ रुपये की लागत से एक एडवांस्ड लैब बनवाई जा रही है. जो दिसंबर 2023 तक संचालित होना शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा, इस लैब का भवन जी प्लस थ्री जैसा होगा. यानी ग्राउंड फ्लोर के साथ ही कुल तीन तल होंगे. इस लैब में आधुनिक उपकरण मौजूद रहेंगे. यहां खाद्य पदार्थों के अलावा कई अन्य वस्तुओं की क्वालिटी का भी परीक्षण किया जा सकेगा.
सूबे के हर मंडल में एडवांस्ड लैब बना रहे: खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने बताया कि सूबे हर मंडल में इस तरह की एडवांस्ड लैब तैयार कराई जा रही है. जिससे मिलावटखोरों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके. अभी तक की सरकारों में भले ही इन्हें पनाह मिली हो, लेकिन योगी सरकार के इस दूसरे कार्यकाल में मिलावटखोर पूरी तरह से भाग जाएंगे.
यह भी पढ़े-टीडीएस काटा, लेकिन आयकर में नहीं किया गया जमा, हाईकोर्ट ने दिए जांच के आदेश