कानपुर: वैसे तो जब बात आईआईटी कानपुर की होती है तो हमेशा ही किसी शोध या नवाचार की बातें सामने आती हैं. हालांकि, रविवार को आईआईटी कैम्पस में कोई नवाचार न होकर, यहां की बगिया में जो तमाम किस्मों के फूल खिले थे, उन्होंने मौजूद प्रोफेसरों व उनके परिजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया. मौका था आईआईटी कानपुर में हुए फ्लावर शो का, जिसमें बेहतर ढंग से फूल खिलाने वालों को पुरस्कृत भी किया गया. इसका उद्घाटन आईआईटी कानपुर के उपनिदेशक प्रो.एस गणेश ने किया. दो वर्गों में आयोजित इस पुष्प प्रदर्शनी में जहां पहले वर्ग में संस्थान के घरों से तथा दूसरे वर्ग में छात्रावास, निदेशक निवास व अतिथि गृह के सदस्यों ने प्रतिभाग किया.
आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने बताया कि पहले वर्ग की ओर से कुल 900 गमलों में पेनजी, रैनननकुलस समेत कई अन्य प्रजाति के फूलों को प्रदर्शित किया गया जबकि दूसरे वर्ग की ओर से लगाए गए 2000 से अधिक गमलों में फूलों व हरी पत्तियों वाले पौधों, सब्जियों, लेडीजपर्स, डॉगफ्लावर समेत अन्य फूलों को दर्शाया गया. इसी तरह नर्सरी में बने हर्बल गार्डन में सभी ने सर्पगंधा, अश्वगंधा, सतावर, तुलसी, दमवेल, रुद्राक्ष, विक्सा समेत कई अन्य पौधों को देखा. पहले पुरस्कार के रूप में मकान संख्या 625 में रहने वाले प्रो.एन नीलकंटन ने बाजी मारी. इसी तरह दूसरे वर्ग में निदेशक निवास को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ.
प्रोफेसर बोले, हर साल होगा आयोजन: आईआईटी कानपुर के इस अनूठे आयोजन में सभी प्रोफेसर बेहद उत्साहित दिखे. प्रोफेसरों ने कहा कि अब इस फ्लावर शो का आयोजन हर साल होगा. कोशिश होगी कि इसे और भव्य अंदाज में किया जाए. कई विदेशी पौधों व फूलों को भी अब फ्लावर शो का हिस्सा बनाया जाएगा.
IIT Kanpur news: बगिया के रंग-बिरंगे फूलों ने जीता दिल, मिला इनाम
आईआईटी कानपुर में सोमवार को फ्लावर शो का आयोजन किया गया. इसकी क्या खासियत रही चलिए जानते हैं.
कानपुर: वैसे तो जब बात आईआईटी कानपुर की होती है तो हमेशा ही किसी शोध या नवाचार की बातें सामने आती हैं. हालांकि, रविवार को आईआईटी कैम्पस में कोई नवाचार न होकर, यहां की बगिया में जो तमाम किस्मों के फूल खिले थे, उन्होंने मौजूद प्रोफेसरों व उनके परिजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया. मौका था आईआईटी कानपुर में हुए फ्लावर शो का, जिसमें बेहतर ढंग से फूल खिलाने वालों को पुरस्कृत भी किया गया. इसका उद्घाटन आईआईटी कानपुर के उपनिदेशक प्रो.एस गणेश ने किया. दो वर्गों में आयोजित इस पुष्प प्रदर्शनी में जहां पहले वर्ग में संस्थान के घरों से तथा दूसरे वर्ग में छात्रावास, निदेशक निवास व अतिथि गृह के सदस्यों ने प्रतिभाग किया.
आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने बताया कि पहले वर्ग की ओर से कुल 900 गमलों में पेनजी, रैनननकुलस समेत कई अन्य प्रजाति के फूलों को प्रदर्शित किया गया जबकि दूसरे वर्ग की ओर से लगाए गए 2000 से अधिक गमलों में फूलों व हरी पत्तियों वाले पौधों, सब्जियों, लेडीजपर्स, डॉगफ्लावर समेत अन्य फूलों को दर्शाया गया. इसी तरह नर्सरी में बने हर्बल गार्डन में सभी ने सर्पगंधा, अश्वगंधा, सतावर, तुलसी, दमवेल, रुद्राक्ष, विक्सा समेत कई अन्य पौधों को देखा. पहले पुरस्कार के रूप में मकान संख्या 625 में रहने वाले प्रो.एन नीलकंटन ने बाजी मारी. इसी तरह दूसरे वर्ग में निदेशक निवास को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ.
प्रोफेसर बोले, हर साल होगा आयोजन: आईआईटी कानपुर के इस अनूठे आयोजन में सभी प्रोफेसर बेहद उत्साहित दिखे. प्रोफेसरों ने कहा कि अब इस फ्लावर शो का आयोजन हर साल होगा. कोशिश होगी कि इसे और भव्य अंदाज में किया जाए. कई विदेशी पौधों व फूलों को भी अब फ्लावर शो का हिस्सा बनाया जाएगा.