कानपुर: कुछ माह पहले जब सीएम योगी शहर आए थे, तो एक कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा था कि सूबे के अंदर जो स्मार्ट सिटी बन रहे हैं. उसमें अपराधियों को अब पुलिस चौराहे पर ही अपराध करने के दौरान पकड़ेगी और गंभीर मामलों में और अधिक सख्त सजा मिल सकेगी. यह सब संभव इसलिए भी हो सकेगा, क्योंकि शहर के अंदर जगहों-जगहों पर कैमरे लगा दिए जाएंगे. ऐसे में कानपुर को स्मार्ट सिटी के साथ ही सेफ सिटी बनाने के लिए प्रशासनिक अफसरों ने सारी तैयारियां कर ली हैं. मौजूदा समय में 1720 कैमरे स्मार्ट सिटी से लिंक हो चुके हैं. अब आने वाले समय में शहर के अंदर 5000 कैमरे और लगाए जाएंगे.
मंडलायुक्त ने अफसरों संग की समीक्षा बैठक: मौजूदा समय में शहर के जिन-जिन चौराहों पर कैमरों का संचालन हो रहा है. उनमें कितने सही हैं और कितने खराब. इसे लेकर मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने अफसरों संग समीक्षा बैठक की. उन्होंने बताया, अब एक माह के अंदर औद्योगिक क्षेत्रों में 1000, व्यापारिक प्रतिष्ठानों में 500, अस्पतालों में 200, पेट्रोल पंपों में 141, होटलों, सभी पुलिस चौकियों, मेडिकल स्टोर, बैंकों, एटीएम, शराब की दुकानों, सड़क और सार्वजनिक क्षेत्रों में कैमरे लगाए जाएंगे. उन्होंने जोर देते हुए बताया, कि अब घरों में लगे कैमरों को भी स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से जोड़ा जा सकेगा.
स्मार्ट सिटी से अभी यहां के इतने कैमरे लिंक हैं
दुकानों के: 321
स्कूलों के: 11
स्मार्ट सिटी: 624
नगर निगम: 39
अस्पताल: 09
पेट्रोल पंप: 30
आटोमोबाइल: 82
केडीए: 07
एनएचएआइ: 08
पुलिसचौकी: 20
उद्योग: 114
बैंक व एटीएम: 428
बस स्टैंड: 26
ये होगा फायदा
- आपराधिक गतिविधियों पर नजर रहेगी.
- ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर लगाम लग सकेगी.
- टैम्पो, टैक्सी व अन्य निजी वाहनों की रुकेगी अराजकता.
- अतिक्रमण व लीकेज आदिक की विभागों को जानकारी मिल सकेगी.