निषाद समाज के उत्थान के लिए बने विशेष कानूनः मंत्री संजय निषाद - सीएम योगी आदित्यनाथ
मंगलवार को कानपुर में मत्स्य मंत्री डॉ. संजय निषाद ने निषाद समाज के हक को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. इसके साथ ही उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की.
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कानपुरः मत्स्य मंत्री डॉ. संजय निषाद मंगलवार को कानपुर पहुंचे. यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, 'जब से देश आजाद हुआ है, तब से निषाद समाज के लोग संघर्ष करने को मजबूर हैं. इस देश में आजादी के बाद 70 सालों तक कांग्रेस ने राज किया, मगर मछुआरों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. जब उनके आरक्षण की जब बात उठी, तो उस फाइल को ही लापता करा दिया. मगर, अब पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निषाद समाज के लोग दिनों दिन आगे बढ़ रहे हैं. इस दौरान उन्होंने शहर के कैंट स्थित सत्ती चौरा घाट पर हुए प्रदेश स्तरीय निषाद महाकुंभ सम्मेलन को भी संबोधित किया.
मंत्री संजय निषाद ने कहा, 'हमारी निषाद पार्टी के जो सात मोर्चे हैं, उनमें सभी पदाधिकारी लगातार संगठन को मजबूत करने की दिशा में कवायद कर रहे हैं. यह मेरा दायित्व है कि जो निषाद समाज के उजड़े परिवार हैं. उनको स्थायित्व दिलाना है. वह नदियों के किनारे पर रहने को विवश जरूर हैं, मगर आने वाले समय में उनके अच्छे दिन आएंगे. मैं हर साल कानपुर के इस सत्तीचौरा घाट पर आता हूं और यहां मौजूद सभी लोगों को विश्वास दिलाता हूं. जल्द ही निषाद समाज के लोगों के उत्थान के लिए विशेष कानून बनेगा.'
100 से अधिक महिलाएं एक साथ हुई थीं सती: मत्स्य मंत्री ने कानपुर के सत्ती चौरा घाट के इतिहास को लेकर कहा, 'यह गंगा किनारे का वह घाट है, जहां अंग्रेजों के शासनकाल में एक साथ 100 से अधिक महिलाएं सती हो गई थीं. 167 मछुुआओं को जब फांसी की सजा सुनाई गई थी, तो उसके बाद ऐसा विद्रोह हुआ था कि अंग्रेजों को यहां से भागना पड़ा था.' उन्होंने आगे कहा कि इतिहास राजनीति की मां होती है और संविधान को समस्याओं के समाधान के लिए बनाया गया है. इसलिए मौजूदा सरकार पर पूरा भरोसा है कि अब निषाद समाज के लोगों के साथ न्याय होगा.
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