कानपुर: हिस्ट्रीशीटर आशू यादव हत्याकांड में फरार मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर प्रेमी-प्रेमिका पर डीआईजी डॉक्टर परमिंदर सिंह ने दस-दस हजार का इनाम घोषित किया है. साथ ही सर्विलांस समेत तीन टीमें आरोपियों की तलाश में लगी हुई हैं. वहीं पुलिस दोनों के करीबियों को भी उठा कर पूछताछ कर रही है.
क्या था पूरा मामला
हिस्ट्रीशीटर आशू यादव को 31 दिसम्बर की रात उसकी ही प्रेमिका दीपिका ने कल्याणपुर स्थित अपने किराए के मकान में बुलाया था. जहां दीपिका का दूसरा प्रेमी अमित गुप्ता पहले से ही मौजूद था. पहले तीनों ने मिलकर शराब पी, इसके बाद रस्सी से प्रेमिका दीपिका और उसके दूसरे प्रेमी अमित ने मिलकर गला कस कर आशू को मार दिया. बाद में आरोपी अमित ने अपने दोस्त सचिन और किशन की मदद से शव को सीटीआई नहर के पास ठिकाने लगा दिया था. जांच में जुटी पुलिस को 2 जनवरी को आशू यादव का शव मिला था.
आशू यादव हत्याकांड में कौन-कौन हुआ गिरफ्तार
पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर सचिन और किशन को जेल भेज दिया था. वहीं अमित और दीपिका अभी तक फरार हैं. डीआईजी डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि दोनों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू (गैर जमानती वारंट) भी जारी हो गया है. जल्दी ही कुर्की की कार्रवाई भी की जाएगी.