कानपुर: लगाातर कई दिनों की बारिश के बाद शहर में डेंगू और डायरिया (Dengue and diarrhea cases) बहुत तेजी से फैल रहा है. डेंगू के जहां 100 से अधिक मरीज भर्ती होकर अपना इलाज करा रहे हैं, तो वहीं शनिवार को नौ मरीजों में डायरिया की पुष्टि हो गई. लगातार डेंगू और डायरिया के मरीजों की बढ़ती संख्या देख डीएम विशाख जी अय्यर ने आदेश कर दिया है, कि शहर के उर्सला, एलएलआर और कांशीराम अस्पताल में डेडिकेटेड वार्ड बनाए जाएं.
डीएम विशाख जी अय्यर ने नगर निगम और मलेरिया विभाग के अफसरों संग बैठक की और निर्देश दिए कि शहर में जो डेंगू प्रभावित क्षेत्र हैं, वहां दवा का छिड़काव कराकर, साफ-सफाई कराएं. वहीं, जिन क्षेत्रों में जलभराव की समस्या है, और सबमर्सिबल से दूषित पानी चला जाता है, ऐसे क्षेत्रों में सबमर्सिबल का प्लेटफार्म ऊंचा कराया जाए.
नहीं होती सफाई, नगर निगम अनजान: जब सुरेंद्र नगर में जिला प्रशासन के अफसर पहुंचे तो यहां लोगों ने गुस्से में आकर कहा, कि नगर निगम की ओर से साफ-सफाई नहीं की जाती है. अफसर पूरी तरह से बेफिक्र रहते हैं, जिसके चलते तीन माह के अंदर ही दोबारा डायरिया फैल गया है. सीएमओ आलोक रंजन ने बताया कि सुरेंद्र नगर में शनिवार को नौ मरीजों में डायरिया की पुष्टि की गई. जबकि 14 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
मकडीखेड़ा के कई घरों में भरा बारिश का गंदा पानी, पांडु भी उफनाई: शहर के मकड़ी खेड़ा क्षेत्र में कई घरों के बाहर बारिश का गंदा पानी भरा है. इसी तरह शहर के दक्षिण क्षेत्र में पांडु ऊफना गई है. इस वजह से मेहरबान सिंह का पुरवा समेत कई अन्य क्षेत्रों में बाढ़ का पानी भर जाने से हजारों लोग किसी तरह जीवन जी रहे हैं. लोगों का कहना था कि आने वाले दिनों में यहां भी कई संक्रामक रोग फैल जाएंगे.
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