कानपुर: जिस तरह देश में बेंगलुरु और हैदराबाद में जाम की समस्या को खत्म करने के लिए विभागीय अफसर आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हैं. इसी तरह अब कानपुर की प्रमुख समस्याओं में शामिल जाम को खत्म कराने के लिए डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी अपने लैपटॉप का उपयोग करेंगी. शहर के 100 चौराहों की मानीटरिंग वह अपने कार्यालय पर बैठे-बैठे लैपटॉप से करेंगी. अगर किसी चौराहा पर बहुत अधिक ट्रैफिक की समस्या है तो अधीनस्थ को वाइस मैसेज भेजकर राहगीरों को जल्द से जल्द जाम से निजात दिलाएंगी. इसकी शुरुआत भी कर दी है.
चौराहों पर लागू करेंगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम: ईटीवी भारत संवाददाता से विशेष बातचीत में डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी ने बताया कि शहर के 30 प्रमुख चौराहों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम से वाइस मैसेज पहुंचने लगे हैं. जल्द ही यह व्यवस्था 100 चौराहों पर लागू होगी. उन्होंने बताया कि मोतीझील स्थित स्मार्ट सिटी कार्यालय में जो इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) बना है, उससे सभी चौराहों पर लगे कैमरों को पहले कनेक्ट किया गया था. इसके बाद उन्होंने पूरे सिस्टम को अपने लैपटॉप से कनेक्ट करा लिया. अब, वह कार्यालय या फिर अपने घर से एक क्लिक पर ही शहर के किसी भी चौराहे का जाम खत्म करा सकती हैं.
टीआई व कर्मियों पर रहेगी नजर: शहर के प्रमुख चौराहों में शामिल जरीब चौकी क्रासिंग, टाटमिल चौराहा, नौबस्ता, विजय नगर, बड़ा चौराहा, रामादेवी, वीआईपी रोड पर आए दिन घंटों जाम लगा रहता है. हालांकि अब कैमरों के बेहतर संचालन से जहां आला अफसर टीआई व अन्य कर्मियों पर बराबर नजर रखेंगे. वहीं सभी यातायात विभाग के कर्मियों को पूरी मुस्तैदी से काम करना होगा. हां, उन्हें इस बात की अब ध्यान रखना होगा कि अगर किसी वाहन से वसूली की तो फौरन कार्रवाई हो जाएगी.
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