कानपुर: वैश्विक चुनौतियों में शामिल साइबर अटैक की समस्या ने तकनीकी दिग्गजों की बोलती बंद कर दी है. सरकारी विभागों में साइबर अटैक के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस साइबर अटैक से बचने के लिए छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में साइबर सिक्योरिटी का कोर्स कराया जा रहा है. यहां एससी-एसटी वर्ग के छात्रों से इस पढ़ाई के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा.
आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ ऑनलाइन छात्रों को साइबर सिक्योरिटी पाठ्यक्रम के 5 अलग-अलग मॉड्यूल की जानकारी देंगे. इस पूरे प्रोग्राम को लीड पद्मश्री पुरस्कृत व वरिष्ठ प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल करेंगे. उन्होंने बताया कि विवि के अलावा वह सभी छात्र इस पाठ्यक्रम को पढ़ सकते हैं. जिनका बैकग्राउंड कंप्यूटर साइंस प्रोग्रामिंग आदि से रहा है. उन्होंने कहा, एससी-एसटी वर्ग के छात्रों को इस पढ़ाई के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा. जबकि सीएसजेएमयू के छात्रों के लिए 2 हजार रुपये देना होगा. वहीं विवि से अलग बाहरी छात्रों के लिए 5 हजार रुपये फीस रखी गई है.
प्रो.मणींद्र ने बताया कि बहुत जल्द इस पाठ्यक्रम की कक्षाएं विश्वविद्यालय में शुरू हो जाएंगी. ऐसे में जो छात्र आवेदन करना चाहते हैं. वह इनोवेशन हब (सी 3 आई हब) की वेबसाइट से सारी जानकारी ले सकते हैं. इनोवेशन हब आईआईटी कानपुर में साइबर सिक्योरिटी संबंधी गतिविधियों के संचालन का टेक्निकल इनोवेशन हब है. यहां छात्रों को पूरा कोर्स करने के बाद सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे.
इस पूरे मामले पर विवि के कुलपति प्रो.विनय पाठक ने बताया कि उक्त कवायद के लिए आईआईटी कानपुर व सीएसजेएमयू में करार किया गया है. करार के पहले चरण में जहां कैंपस के छात्र इस कोर्स का लाभ लेंगे. वहीं आने वाले दिनों में इस कोर्स को सभी डिग्री कालेजों के छात्रों के लिए अनिवार्य किया जाएगा.
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