कानपुर: चकेरी थाना क्षेत्र में कुछ दिनों पहले किसान बाबू सिंह यादव ने आत्महत्या कर ली थी. सोमवार की सुबह चकेरी थाना क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर पुलिस को किसान के शव के समीप एक सुसाइड नोट मिला था. जिसमें किसान ने भाजपा नेता प्रियरंजन आशू समेत कई अन्य पर यह आरोप लगाया था कि उसकी 6 बीघा जमीन को छह करोड़ 20 लाख रुपये में नोएडा के कारोबारी को बेचा गया. उसे जो चेक दी गई, वह भी फर्जी निकली.
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इस मामले की गंभीरता को देखते हुए चकेरी थाना पुलिस ने किसान की मौत के अगले दिन ही भाजपा नेता प्रियरंजन आशू समेत कई अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था. अब सभी आरोपियों को धर दबोचने के लिए पुलिस की पांच टीमें नोएडा, लखनऊ, मैनपुरी, प्रयागराज समेत अन्य शहरों में छापेमारी कर रही हैं. संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि आरोपियों के सुराग मिल गए हैं. जल्द ही सभी को गिरफ्तार करेंगे और जेल भेजेंगे.
परीक्षण के लिए भेजा गया सुसाइड नोट: इस मामले में किसान ने जान देने के दौरान ही सीएम योगी को भी एक गुहार भरा पत्र लिखा था. मामला सीएम से जुड़ा होने के चलते कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसर बहुत तेजी के साथ आरोपियों को तलाश रहे हैं. इस मामले की जब पड़ताल हुई तो सुसाइड नोट को जहां एफएसएल परीक्षण के लिए भेजा गया. वहीं, नोएडा के जिस कारोबारी राहुल जैन को किसान की जमीन बेचने की बात पुलिस के सामने आई है उसके खातों की भी जांच की गई. यही नहीं, मुख्य आरोपी भाजपा नेता प्रियरंजन आशू के रिश्तेदार शिवम सिंह चौहान के खातों को भी खंगाला गया है. इसमें सबसे रोचक बात यह है, कारोबारी द्वारा जो चेक दिया गया था, उसका भुगतान ही नहीं हुआ. इसके अलावा पुलिस की टीमों द्वारा सर्विलांस व टेक्निकल टीम द्वारा मैपिंग जारी है.
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