कानपुर : आईआईटी कानपुर की रिसर्च स्टाफ मेंबर डॉ. पल्लवी चिल्का का शव मंगलवार की सुबह हॉस्टल के कमरे में मिला था. घटना के बाद से संस्थान में खलबली मच गई थी. आईआईटी प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक टीम की मदद से मामले की जांच शुरू की थी. बुधवार को पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम पैनल के जरिए कराया. इसमें पता चला कि डॉ.पल्लवी की मौत का कारण आत्महत्या है, उनकी हत्या नहीं हुई थी. वह शोध कार्यों को लेकर एक साल से परेशान चल रहीं थीं.
आईआईटी कानपुर में बीएसबीई डिपार्टमेंट में प्रोजेक्ट एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के पद पर तैनात डॉ. पल्लवी चिल्का (35) कटक (उड़ीसा) की रहने वाली थीं. वह बीते तीन दिन पहले ही आईआईटी कैंपस में बने आवास में रहने के लिए शिफ्ट हुईं थीं. मंगलवार की सुबह जब सफाईकर्मी उनके कमरे को साफ करने के लिए पहुंचा तो दरवाजा खटखटाया. काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो अंदर झांककर देखा, अंदर डॉ. पल्लवी का शव पड़ा था. सफाईकर्मी ने घटना की जानकारी आईआईटी प्रशासन को दी.
आईआईटी प्रशासन ने पुलिस को जानकारी दी. पुलिस मौके पर पहुंच गई. दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने परिजनों को घटना की जानकारी दी. बुधवार की देर शाम उड़ीसा से कानपुर पहुंचे पल्लवी के पिता मधुसूदन व परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में डॉ.पल्लवी के शव का पैनल के जरिए पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि पल्लवी की मौत हत्या नहीं बल्कि आत्महत्या थी. पल्लवी के पिता ने बताया कि उनकी बेटी बीते एक साल से अपने शोध कार्यों को लेकर काफी ज्यादा परेशान रहती थी. परिजनों ने कानपुर के ही एक शव गृह में बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया.
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