कानपुर : कानपुर में बैठकर अमेरिका की कंपनियों का सर्वर हैक कर, डाटा रिलीज के नाम पर डॉलर में फिरौती मांगने वाले कॉल सेंटर का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है. क्राइम ब्रांच ने इसके सरगना मोहिंदर शर्मा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. बाकी कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है.
पूरा मामला कानपुर के काकादेव का है. यहां पर नोएडा निवासी मोहिंदर शर्मा ने एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर खोल रखा था. दिल्ली की एक कंपनी ने सेंटर को एक गेटवे उपलब्ध कराया था. दोनों कंपनियां मिलकर अमेरिका की बड़ी कंपनियों का सर्वर हैक करने के बाद एक मैसेज छोड़ती थीं. जिसमें इस कॉल सेंटर का नंबर दर्ज होता था. ये नंबर काकादेव स्थित काल सेंटर का था. यहां बैठे लोग कंपनियों से डाटा रिलीज करने के नाम पर भुगतान की राशि और तरीका बताते थे.
ये लोग एक कंपनी का डाटा रिलीज करने के नाम पर 300-400 डॉलर की मांगे करते थे. पेमेंट होने के बाद सर्वर का कोडवर्ड भेज दिया जाता था. उसके बाद पूरा डाटा रिलीज हो जाता था. इसी तरह से हैकर्स का गिरोह लाखों की कमाई करता था. क्राइम ब्रांच की टीम ने दबिश देकर मोहिंदर शर्मा, संजीव उत्तम, जिक्रुल्लाह व सुमन नाम के लोगों को गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच को और भी लोगों की तलाश जारी है.
आप को बता दें कि पुलिस उपायुक्त अपराध सलमान ताज पाटिल का कहना था कि काकादेव में चल रहे काल सेंटर से अमेरिकी लोगों को ठगने का काम किया जाता था. यह गैंग वेबसाइट पर लुभावने वाले विज्ञापन दिखाकर हैक करते हैं और पॉपअप के माध्यम से सिस्टम हैक कर लेते है. फिर उसको सही करने के लिए पैसों की डिमांड की जाती है. ये लोग लगभग 10 लाख डालर प्राप्त कर चुके हैं. इंडियन करेंसी के हिसाब से 10 करोड़ के आस पास यह गैंग विदेशी लोगों के साथ फ्रॉड कर चुका है.
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पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इस गिरोह का नोएडा और कानपुर में ऑफिस है, और करोड़ों की फ्रॉड कर रहा था. वहीं उनका कहना है कि लॉकडाउन के दौरान कॉल सेंटर में काम करने वाले लड़के और लड़कियों को काम की जरूरत थी, इनको कॉल सेंटर में काम कराया जाता था. उनको इस फ्रॉड के बारे में कुछ भी पता नहीं था. क्राइम ब्रांच उन सबसे भी पूछताछ कर रही है.