कानपुर: कोरोना से पीड़ित मरीजों की जांच करने के लिए उनके सैम्पल अभी तक कानपुर से बाहर भेजे जाते थे, जिसकी वजह से जांच रिपोर्ट आने में काफी समय लगता था. इसको देखते हुए मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कोविड-19 टेस्टिंग लैब बनाई गयी है. इंडियन काउन्सिल आफ मेडिकल रिसर्च, दिल्ली से अप्रूवल मिलने के बाद सोमवार को मंडलायुक्त और जिलाधिकारी ने लैब का उद्घाटन किया.
5 घंटे में हो सकेंगे 46 टेस्ट
मंडलायुक्त सुधीर. एम. बोबडे ने बताया कि राज्य सरकार और चिकित्सा शिक्षा विभाग की तरफ से टेस्टिंग को प्राथमिकता दिया जा रहा है. अभी तक मेडिकल कालेज में सैम्पल टेस्ट करने की सुविधा नहीं थी, लेकिन सोमवार को यहां पर पीसीआर मशीन की स्थापना की गयी है. पीसीआर मशीन की मदद से पांच घंटे में 46 टेस्ट किये जा सकते हैं.
रैपिड किट लाने का प्रयास जारी
मंडलायुक्त ने कहा कि जो हॉटस्पॉट एरिया हैं, वहां से ज्यादा से ज्यादा सैम्पल लिए जाएं. जिससे पता चल सके की कोरोना को लेकर क्या प्रगति हो रही है. मंडलायुक्त का कहना है कि हम लोग रैपिड किट भी लाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे कानपुर के आसपास के जिलों को इसका फ़ायदा मिल सके. मेडिकल कालेज में बनाये गए टेस्टिंग लैब में कोरोना की जांच बिल्कुल निःशुल्क होगी.
5 से 6 घंटे में आएगी जांच रिपोर्ट
मेडिकल कालेज की प्रिंसिपल आरती लाल चंदानी ने कहा कि सैम्पल लेने के बाद 5 से 6 घंटे में जांच रिपोर्ट मिल जायेगी. उन्होंने कहा कि यह लैब पूरी तरह से आधुनिक है, अगर सैम्पल अच्छी तरह से कलेक्ट किये जाएं तो इस लैब की हाई सेंस्टिविटी की वजह से जांच अच्छी होगी.