कानपुर: शहर के जूही थाना क्षेत्र में एक बार फिर धर्मांतरण का मामला आया सामने आया है. पीड़िता का आरोप है कि उसके मोहल्ले में रहने वाला एक युवक और उसकी पत्नी जबरन ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बना रहे हैं. पीड़िता का आरोप है कि ईसाई धर्म अपनाने पर मकान और एक लाख रुपये और बच्चों की पढ़ाई का लालच दिया था. पीड़िता महिला की शिकायत पर पुलिस मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई कर रही है.
जूही थाना क्षेत्र के साईं पुरवा निवासी पीड़ित महिला नगमा ने मंगलवार को पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि एडवल बंटी और उसकी पत्नी द्वारा उसे लगातार एक माह से ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाया जा रहा है. मना करने पर उसके पति और उसे फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी गई. इसके साथ ही उसे और उसके पति को जान से मारने की धमकी दी गई. पीड़िता ने बताया कि दबंग महिला सीओ कलेक्टरगंज के कार्यालय की साफ-सफाई का काम करती है.
इसके साथ ही पीड़िता ने जूही पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाया है. महिला का आरोप है कि शिकायत के बाद थाने में तैनात दरोगा केस वापस लेने का परिवार पर दबाव बना रहे थे. इस मामले में जब विश्व हिंदू परिषद से वह मिली तो जूही थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
एसीपी संतोष सिंह ने बताया कि मंगलवार को जूही थाना क्षेत्र के साईं पुरवा निवासी एक महिला नगमा ने जबरन धर्मांतरण करने की तहरीर दी है. इस मामले में पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी बंटी एडवल की शादी एक हिंदू महिला रत्ना से हुई है. महिला रत्ना लगातार 15 वर्षों से बिना धर्म परिवर्तन किए बंटी एडवल के साथ रह रही है. वह महिला हिंदू धर्म के अनुसार अपने घर में पूजा पाठ भी करती है. वहीं, बंटी एडवल झकरकटी रोडवेज स्टैंड के पास मजदूरी करता है. पुलिस मामले की पुलिस जांच पड़ताल कर आगे की कार्रवाई कर रही है.
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