कानपुर: 13 साल में भी कानपुर के सीओडी पुल की खामियां दूर नहीं हो सकी हैं. 13 साल के लंबे इंतजार के बाद गुरुवार को विधिवत शुरू हुए सीओडी पुल में कई कमियां हैं. उद्घाटन के दूसरे दिन पुल पर जगह-जगह बजरी फैली नजर आई, तो कहीं सरिया निकली दिखाई दी. यह सरिया किसी की भी जान ले सकती है. कई जगह तो सड़क भी समतल नहीं नजर आई. सीओडी पुल का उद्घाटन बीती 26 नवंबर को किया गया. इसमें नितिन गडकरी, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी मौजूद रहे.
पुल के उद्घाटन के बाद जब ईटीवी भारत की टीम उद्घाटन स्थल के पास पहुंची तो देखा उद्घाटन स्थल के किनारे गिट्टी पड़ी हुई है. जहां गुरुवार को सीओडी के उद्घाटन समारोह के लिए मंच बनाया गया था. वहां बजरी और गिट्टी यूं ही छोड़ दी गई. यह किसी भी हादसे को दावत देती लग रही है. रात में यहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है. पुल की पहली लेन जिले के टाटमिल चौराहे से जाजमऊ की ओर जाती है, जो कि बहुत अच्छी बनी हुई है. वहीं दूसरी लेन जाजमऊ से टाटमिल की तरफ जाती है जो जल्दबाजी में शुरू की गई. जगह-जगह बजरी फैली है तो कहीं छोटे-छोटे सरिया नहीं काटे गए और पुल पर बाहर निकले नजर आ रहे हैं. बिना कमियां दूर किए ही पुल का उद्घाटन जल्दबाजी में कर दिया गया. वहीं कई जगह पूरे पुल पर सड़क भी समतल नजर नहीं आई.