कानपुर: जिले में 3 जून को परेड चौराहे पर हिंसा के दौरान कई युवाओं ने पुलिस पर जमकर पत्थर चलाए थे. शहर के युवा पुलिस पर पत्थर फेंकने के बजाए उनके साथ मित्र की भूमिका निभा सकें, इस मकसद के साथ प्रदेश के अंदर कानपुर में पुलिस युवा मित्र का कांसेप्ट लागू कर दिया गया है. पहली बार लागू इस नए कांसेप्ट को लेकर पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने डीएम विशाख जी अय्यर की मौजूदगी में युवाओं से पुलिस लाइन में सीधा संवाद किया.
उन्होंने कहा कि अब हाथों में पत्थर उठाने की जरूरत नहीं हैं. आप की ही तरह हम भी कभी युवा थे. आपके बीच से निकलकर ही हम यहां पहुंचे हैं. विजय सिंह मीना ने कहा कि आप पुलिस के बीच मित्र की भूमिका निभाएं. तब आप जान सकेंगे कि पुलिस अच्छी है या बुरी. शहर में पुलिसकर्मियों की संख्या कम है. यह संख्या युवाओं के साथ आने से बढ़ जाएगी.
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डीएम विशाख जी अय्यर ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में कानपुर की पहचान औद्योगिक नगरी के रूप में है. ऐसे में जब कोई हिंसा या बवाल होता है तो पूरे देश में बदनामी होती है. हालांकि, जब आप जैसे युवा साथ होंगे तो निश्चित तौर पर बदलाव आएगा. आप पुलिस को बता सकेंगे कि आखिर समाज में कौन सा ऐसा व्यक्ति है जो समाज के लिए माहौल को खराब करना चाहता है. अब पुलिस के साथ शहर के युवा त्योहार मनाएंगे और कानून व्यवस्था बेहतर रखने में मदद करेंगे.
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