ETV Bharat / state

अब कानपुर विश्वविद्यालय में छात्र सीखेंगे कर्मकांड और ज्योतिष का ज्ञान

छत्रपति शाहू जी महाराज विवि में पहली बार ज्योतिष और कर्मकांड विषयों की पढ़ाई शुरू होने जा रही है. इसके लिए इस सत्र से 25-25 सीटों पर छात्रों को प्रवेश मिलेगा. दीनदयाल शोध केंद्र में विशेषज्ञ आचार्य इनको पढ़ाएंगे.

astrology and rituals course in CSJMU
astrology and rituals course in CSJMU
author img

By

Published : Jul 27, 2023, 9:37 AM IST

कोर्स के बारे में जानकारी देते विवि के प्रतिकुलपति प्रो. सुधीर अवस्थी

कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विवि के छात्र इंजीनियरिंग, प्रबंधन, चिकित्सा, साइबर सुरक्षा समेत अन्य पाठ्यक्रमों के अलावा अब कर्मकांड और ज्योतिष की पढ़ाई भी कर सकेंगे. इसकी शुरुआत इस सत्र से होगी, जिसके लिए छात्र-छात्राओं के लिए कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया भी अगले कुछ दिनों में शुरू कर दी जाएगी. विवि के दीनदयाल शोध केंद्र में इन विषयों के पाठ्यक्रमों को डिजाइन कर लिया गया है. छात्रों को अब विवि कैम्पस में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स और परास्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में दाखिला देने की तैयारी है.

एक वर्षीय डिप्लोमा व 6 माह का होगा सर्टिफिकेट कोर्स: ईटीवी भारत से बातचीत में सीएसजेएमयू के प्रतिकुलपति प्रो. सुधीर अवस्थी ने बताया कि छात्रों को भारतीय संस्कृति और सभ्यता से सीधा जोड़ा जा सके, उन्हें ज्योतिष व कर्मकांड के क्षेत्र में पारंगत बनाया जा सके. इसी मकसद के साथ ही विवि में पीजी डिप्लोमा इन दीनदयाल अध्ययन (एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स), भारतीय ज्ञान परंपरा (छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स) और परास्नातक स्तर पर एम इन ज्योर्तिविज्ञान शुरू किया जा रहा है. एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स के लिए छात्रों को पांच हजार रुपये शुल्क देना होगा, जबकि सर्टिफिकेट कोर्स के लिए 2500 रुपये देने होंगे. इसी तरह परास्नातक स्तर पर पढ़ाई के लिए हर साल सात हजार रुपये खर्च करने होंगे.

कोर्स शुरू होते ही मिलेगी स्कॉलरशिप: विवि के प्रतिकुलपति प्रो. सुधीर अवस्थी ने कहा, 'इन पाठ्यक्रमों की शुरुआत के साथ ही छात्रों को स्कॉलरशिप भी दिया जाएगा. हर कोर्स की 25 सीटें होंगी, उन्हें हम प्रायोजित करेंगे. इसके लिए विवि के विशेषज्ञों द्वारा लगातार शहर की सामाजिक संस्थाओं और विभिन्न वर्गों के विशिष्टजनों से संपर्क किया जा रहा है. जो छात्र दाखिला लेना चाहते हैं, वह विवि के दीनदयाल शोध केंद्र से सारी जानकारी ले सकते हैं.

ये भी पढ़ेंः यूपी के 74 जिलों में खुलेंगे क्रिटिकल केयर ब्लॉक, 27 जिलों में नर्सिंग कॉलेज

कोर्स के बारे में जानकारी देते विवि के प्रतिकुलपति प्रो. सुधीर अवस्थी

कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विवि के छात्र इंजीनियरिंग, प्रबंधन, चिकित्सा, साइबर सुरक्षा समेत अन्य पाठ्यक्रमों के अलावा अब कर्मकांड और ज्योतिष की पढ़ाई भी कर सकेंगे. इसकी शुरुआत इस सत्र से होगी, जिसके लिए छात्र-छात्राओं के लिए कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया भी अगले कुछ दिनों में शुरू कर दी जाएगी. विवि के दीनदयाल शोध केंद्र में इन विषयों के पाठ्यक्रमों को डिजाइन कर लिया गया है. छात्रों को अब विवि कैम्पस में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स और परास्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में दाखिला देने की तैयारी है.

एक वर्षीय डिप्लोमा व 6 माह का होगा सर्टिफिकेट कोर्स: ईटीवी भारत से बातचीत में सीएसजेएमयू के प्रतिकुलपति प्रो. सुधीर अवस्थी ने बताया कि छात्रों को भारतीय संस्कृति और सभ्यता से सीधा जोड़ा जा सके, उन्हें ज्योतिष व कर्मकांड के क्षेत्र में पारंगत बनाया जा सके. इसी मकसद के साथ ही विवि में पीजी डिप्लोमा इन दीनदयाल अध्ययन (एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स), भारतीय ज्ञान परंपरा (छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स) और परास्नातक स्तर पर एम इन ज्योर्तिविज्ञान शुरू किया जा रहा है. एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स के लिए छात्रों को पांच हजार रुपये शुल्क देना होगा, जबकि सर्टिफिकेट कोर्स के लिए 2500 रुपये देने होंगे. इसी तरह परास्नातक स्तर पर पढ़ाई के लिए हर साल सात हजार रुपये खर्च करने होंगे.

कोर्स शुरू होते ही मिलेगी स्कॉलरशिप: विवि के प्रतिकुलपति प्रो. सुधीर अवस्थी ने कहा, 'इन पाठ्यक्रमों की शुरुआत के साथ ही छात्रों को स्कॉलरशिप भी दिया जाएगा. हर कोर्स की 25 सीटें होंगी, उन्हें हम प्रायोजित करेंगे. इसके लिए विवि के विशेषज्ञों द्वारा लगातार शहर की सामाजिक संस्थाओं और विभिन्न वर्गों के विशिष्टजनों से संपर्क किया जा रहा है. जो छात्र दाखिला लेना चाहते हैं, वह विवि के दीनदयाल शोध केंद्र से सारी जानकारी ले सकते हैं.

ये भी पढ़ेंः यूपी के 74 जिलों में खुलेंगे क्रिटिकल केयर ब्लॉक, 27 जिलों में नर्सिंग कॉलेज

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.