कानपुर: अभी तक आपने पुलिस को सटोरियों पर आरोप लगाते सुना होगा, लेकिन जिले में कुछ सटोरियों ने पुलिस पर ही मोबाइल हड़पने का आरोप लगाया है. दरअसल पिछले दिनों सट्टे में पकड़े गए सटोरियों को पुलिस ने जेल भेज दिया था. जेल से छूटने के बाद जब वे अपना मोबाइल मांगने थाने पहुंचे, तो वहां तैनात सिपाही ने उन पर गैंगस्टर और अन्य मुकदमों में फंसाने की धमकी दी. इस वाकये के बाद सटोरियों का कहना है कि वे इस मामले की शिकायत आईजी मोहित अग्रवाल से करेंगे.
शहर में एसपी साउथ द्वारा सटोरियों के खिलाफ चलाए गए अभियान में पकड़े गए सटोरियों ने ही पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं. बर्रा में पकड़े गए सटोरियों ने एसपी साउथ की टीम पर मोबाइल हड़पने का आरोप लगाया है. साथ ही सटोरियों का आरोप है कि मोबाइल मांगने पर टीम के सिपाही उन्हें गैंगस्टर और अन्य झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दे रहे हैं.
एसपी साउथ की टीम ने 1 अक्टूबर 2020 को नौबस्ता के हंसपुरम चौकी क्षेत्र से बर्रा निवासी धर्मेंद्र और बिधनू निवासी मोहन को सट्टा खिलाने के आरोप में पकड़ा था. धर्मेंद्र का आरोप है कि पुलिस उन लोगों के घर से करीब 8 लाख रुपये और एक दर्जन मोबाइल उठा ले गई थी, जबकि 4 अक्टूबर 2020 को एसपी साउथ की टीम ने बर्रा थाने में बरामद मोबाइल फोन दाखिल कर मामले का खुलासा किया था.
इस बारे में एसपी साउथ दीपक भूकर ने बताया कि अगर मोबाइल दाखिल नहीं होंगे तो थाने में होंगे, फिलहाल अब तक लिखित कोई शिकायत नहीं मिली है.