कानपुर: सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट नमामि गंगे परियोजना में बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. ये आरोप खुद बीजेपी विधायक ने एक निजी कंपनी पर लगाया है. दरअसल कानपुर के बिठूर विधानसभा क्षेत्र से विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत गंगा घाटों की सफाई के नाम पर एक निजी कंपनी बड़ा भ्रष्टाचार कर रही है.
कर्मचारियों के नाम पर उठा रहे हैं वेतन
विधायक अभिजीत सिंह ने कहा कि प्रोजेक्ट में जिस कंपनी के माध्यम से कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है, उसमें भष्टाचार देखने को मिल रहा है. उनका कहना है कि 50 से 60 कर्मचारियों का वेतन उठाया जा रहा है, लेकिन वहां 20 कर्मचारी भी काम नहीं कर रहे हैं. उनकी कोई मॉनिटरिंग नहीं हो रही है. हर महीने इन कर्मचारियों के नाम पर करीब 25 लाख का वेतन उठाया जा रहा है.
जिलाधिकारी से की मामले की शिकायत
विधायक का कहना है उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की है. पूर्व में एक कर्मचारी की भी मौत हो गई थी. इसमें भी भष्टाचार सामने आया था. इसकी एफआईआर भी दर्ज की गई थी. कल्याणपुर थाने के क्षेत्राधिकारी ने इसकी जांच भी की थी. इसमें दोषियों के खिलाफ चार्टशीट भी दाखिल कर दी गई है.
भष्टाचार में लिप्त है अधिकारियों की लॉबी
उन्होंने कहा कि यह कोई छोटा मामला नहीं है. यह पूरे देश और प्रदेश का मामला है. अधिकारियों की एक बहुत बड़ी लॉबी इस भष्टाचार में लिप्त है. विधायक के मुताबिक भ्रष्टाचार में लिप्त कंपनी को पूरे प्रदेश में काम करने का ठेका लखनऊ से मिला है. जिसके चलते भ्रष्टाचार की जड़ें बेहद गहरी हैं.
सीएम योगी से करेंगे मामले की शिकायत
विधायक ने मामले की शिकायत तत्कालीन जिलाधिकारी से की थी, जिसे लेकर एसडीएम की जांच भी जारी है. इसके बावजूद लाखों रुपये की सैलरी रिलीज कर दी गई. हालांकि विधायक ने नाम तो नहीं उजागर किया, लेकिन आने वाले समय में नाम खोलने का वादा किया. MLA ने अब मामले की शिकायत सीएम योगी से करने की तैयारी की है.