कानपुर: बिल्हौर तहसील (Bilhaur Tehsil) प्रांगण में चल रहे भाकियू के अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में यूनियन के कानपुर अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह मौके पर पंहुचे हैं. किसान संघठन कई मांगों को लेकर बिल्हौर तहसील में धरने पर बैठें है. किसान तहसील प्रशासन से कोटेदारों की घटतौली व काला बाजारी समेत कई मामलों की मांग कर धरना दे रहे हैं. धरना दे रहे किसान एसडीएम और तहसीलदार के तानाशाह रवैये से नाखुश हैं. किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष ने आस पास के जनपदों से किसानों के जुटने की बात कहकर धरने पर बैठ गए.
गुरुवार को किसानों के धरनों का समर्थन करने पहुंचे कानपुर अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह ने कहा कि किसानों की मांगो के समर्थन के लिए राकेश टिकैत समेत कई बड़े नेता भी आ सकते हैं. किसानो ने तहसील प्रशासन पर धरना तोड़ने के लिए कई हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया है. किसानों ने कहा कि प्रशासन ने शौचालय रैन बसेरा को बंद कराया है. इसके अलावा तेज सर्दी के बीच अलाव को भी नहीं जलने दे रहा है. दूसरी तरफ एसडीएम और तहसीलदार के खिलाफ वकीलों का भी अनिश्चितकालीन धरना कई दिनों से चल रहा है. पीड़ितों का आरोप है कि तहसीलदार और एसडीएम बिल्हौर के रहते न्याय संभव नहीं है.
इन दिनों बिल्हौर तहसील में चल रहे आये दिन धरना रुकने का नाम नहीं ले रहा है. जहां एक ओर अधिवक्ताओं का चल रहा अनिश्चितकालीन धरना खत्म भी नहीं हुआ. वहीं, दूसरी ओर भाकियू के अनिश्चितकालीन धरने के चौथे दिन के प्रदर्शन पर तहसील प्रशासन के मनमाने रवैये पर कई प्रश्न चिन्ह लगा दिए हैं. भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के तहसील इकाई का अनिश्चित कालीन धरने के चौथे दिन भी धरना जारी रहा. किसानों ने 5 सूत्री मांगों को लेकर शासन प्रशासन पर अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए. आगामी आंदोलन को लेकर विचार विमर्श किया. भाकियू के जिलाध्यक्ष ने कहा कि अब आंदोलन बड़े स्तर पर होगा. क्योंकि बिल्हौर तहसील प्रशासन उनकी समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दे रहा है. वह अपनी मांगों को लेकर 6 माह से बिल्हौर तहसील प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं.
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