कानपुर: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर ने स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी (SMST) की स्थापना का समर्थन करने के लिए अनिल और कुमुद बंसल फाउंडेशन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की. फाउंडेशन के मालिक अनिल बंसल आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र हैं. वे अपनी पत्नी कुमुद बंसल के साथ मिलकर फाउंडेशन चलाते हैं. एमओयू के तहत अनिल और कुमुद बंसल फाउंडेशन ने स्कूल की स्थापना के लिए 2.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि दान करने का वादा किया है. स्कूल का नाम अब गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी रखा जा रहा है.
प्रो. अभय करंदीकर निदेशक आईआईटी कानपुर ने इस मौके पर कहा कि उन्होंने भारत में चिकित्सा अनुसंधान और नवाचार में एक आदर्श बदलाव लाने के लिए चिकित्सा और प्रौद्योगिकी विषयों के बीच की खाई को पाटने के लिए एक समर्पित स्कूल की स्थापना के लिए बीज बोया. अब उसको पोषित करने में हमारी मदद करने के लिए हमारे पूर्व छात्र आगे आ रहे हैं. हम अपने पूर्व छात्र अनिल बंसल के इस योगदान के लिए आभारी हैं.
अनिल बंसल ने कहा कि अपनी मातृ संस्था में योगदान करने में सक्षम होना हमेशा गर्व की बात होती है. उन्होंने कहा कि प्रो. अभय करंदीकर के सक्षम नेतृत्व में आईआईटी कानपुर को नई ऊंचाइयों को छूते हुए देखकर खुशी हो रही है. अनिल बंसल ने 1977 में आईआईटी कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. इसके बाद नोट्रे डेम विश्वविद्यालय में पढ़ने चले गए. वह फर्स्ट नेशनल रियल्टी मैनेजमेंट के अध्यक्ष हैं, जो पूरे संयुक्त राज्य में वाणिज्यिक संपत्तियों का स्वामित्व रखता है और उनका प्रबंधन करता है.
एक सच्चे उद्यमी के रूप में वे इंडस अमेरिकन बैंक के मुख्य संस्थापक होने के साथ-साथ कई आईटी कंपनियों के निवेशक भी हैं. बंसल अपने न्यू जर्सी समुदाय में सक्रिय हैं और कई निगमों और धर्मार्थ संगठनों के बोर्डों में कार्य करते हैं. वह रोटरी के सक्रिय सदस्य भी हैं. अनिल बंसल बंसल चैरिटेबल फाउंडेशन भी चलाते हैं, जो अमेरिका में कई गैर-लाभकारी संगठनों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है.
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आईआईटी कानपुर में मेडिकल स्कूल दो चरणों में पूरा किया जाएगा. परियोजना के पहले चरण में लगभग 8,10,000 वर्ग फुट के कुल निर्मित क्षेत्र के साथ 500 बेड सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, अकादमिक ब्लॉक, आवासीय-छात्रावास और सर्विस ब्लॉक की स्थापना शामिल है. पहले चरण में फ्यूचरिस्टिक मेडिसिन में अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) की स्थापना भी शामिल है. इस चरण को अगले 3-5 वर्षों में पूरा करने की योजना है.
परियोजना के दूसरे चरण में अस्पताल की क्षमता बढ़कर 1000 बिस्तर, क्लीनिकल विभागों/केंद्रों, अनुसंधान क्षेत्रों में विस्तार, पैरामेडिकल विषयों, वैकल्पिक चिकित्सा, अस्पताल प्रबंधन, खेल चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों को शामिल किया जाएगा. दूसरे चरण को 7 से 10 वर्षों की अवधि में पूरा करने की योजना है.
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