कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में फर्जी कागजातों का इस्तेमाल करते हुए फर्जी जमानत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां 102 गैंगस्टरों ने फर्जी कागजातों से ज़मानत ले ली. इसको लेकर कानपुर पुलिस ने एसआईटी का गठन कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
एसआईटी कर रही है पड़ताल
आलाधिकारियों द्वारा गठित एसआईटी में मुख्य रूप से 6 सब इंस्पेक्टर और एक इंस्पेक्टर को जांच अधिकारी बनाया गया था. इसके बाद एसआइटी ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी थी. रिपोर्ट में कुछ तथ्य ऐसे थे, जो बेहद ही चौंकाने वाले थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि जो 102 गैंगस्टर्स जमानत पर बाहर हैं. उन्होंने प्रॉपर्टी, कीमती सामानों के फर्जी कागजात दिखाकर धोखा दिया है. जिस पर उन्हें जमानत दे दी गयी, जबकि जमानत लेने वाले गैंगस्टर्स के खिलाफ जबरन वसूली और डकैती जैसे गंभीर आरोप लगे हुए थे.
गैंगस्टर मुन्ना भाइयों की जमानत हुई खारिज
फिलहाल इनकी जमानत कैंसिल करके इनके खिलाफ फिर से शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसकी जानकारी देते हुए कानपुर के एसपी वेस्ट डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया की फर्जी ज़मानत के मामले में 102 लोगों की ज़मानत हुई थी. इसमें 46 गैंगस्टर के खिलाफ एनबीडब्ल्यू की कार्यवाही की गयी है. इतना ही नहीं जल्द ही मुन्ना भाई बने गैंगस्टरों के खिलाफ शिकंजा कस लिया जाएगा.