कानपुर: जिले में नगर निगम की अनदेखी से जनता का हाल बेहाल है. अधिकारी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के दावे करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इसकी उलट है. महेरबान सिंह के पुरवा और बर्रा-8,टिकरा समेत कई गांवों को हाइवे से जोड़ने वाली सड़क पर सैकड़ों गड्ढे हो गए हैं. जिसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं. लगभग 4 वर्ष से अधिक हो गए इस सड़क को टूटे हुए अब हाल ऐसा है कि सड़क में गड्ढे नहीं रहे बल्कि गड्ढों में सड़क हो गयी है. लोगों ने इसकी कई बार आलाधिकारियों से इसकी शिकायत भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही.
क्या कहते हैं स्थानीय निवासी
स्थानीय निवासी संटू ने बताया कि सड़क में गड्ढे होने के कारण आये दिन सवारी से भरीऑटो-टैम्पो पलट जाती है, जिससे लोगो को गंभीर चोटें भी आती है. कई बार राहगीरो के हाथ पैर तक टूट चुके है, लेकिन कोई सुनने वाला नही है.
ई-रिक्शा चालक गोविंद ने बताया की ये सड़क कई साल से टूटी है. जिसमें गाड़ी चलाना भी बहुत मुश्किल है. गड्ढो में गाड़ी पलटने का डर लगा रहता है. जिसकी वजह से दूसरे रूट पर रिक्सा चलाने को मजबूर हूं.
वहीं स्थानीय निवासी जयकरन सिंह ने बताया की इस सड़क को लेकर क्षेत्रीय पार्षद आरती गौतम से कई बार शिकायत की गई. इसके बावजूद अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.
बारिश में हो जाएगा निकलना
बारिश होने के बाद इस सड़क के गड्ढे और भी गहरे हो गए हैं. कदम-कदम पर गड्ढों में तब्दील सड़क पर चार पहिया और दो पहिया वाहन फुटबाल की तरह उछलते हैं. यह सब नगर निगम के आला अधिकारियों को पता है. लोग इसको लेकर कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदारों ने सड़क के गड्ढे तक भरवाने की जरूरत नहीं समझी. मानसून की दस्तक को कुछ ही दिन बचे हैं. ऐसे में अगर इस अवधि में भी इस सड़क के गड्ढे नहीं भरे गए तो बरसात में यहां से पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाएगा