कानपुर: शहर को उत्तर और दक्षिण में विभाजित करने वाली अनवरगंज-मंधना रेलवे लाइन को अब हटाने की तैयारी शुरू हो गई है. रेलवे बोर्ड ने इस आशय का एक पत्र सांसद सत्यदेव पचौरी को भेजा है. पत्र में अंतिम सर्वे की बात कही गई है. इस सर्वे पर कुल 42.50 लाख रुपये खर्च होंगे. शहर के व्यापारी पिछले 12 सालों से इस रेलवे लाइन को हटाने की मांग कर रहे थे.
स्थानीय सांसद सत्यदेव पचौरी इस मुद्दे को लगातार संसद में उठाते रहे हैं. इस बाबत उन्होंने पीएम मोदी से भी बात की थी. इसके अलावा उन्होंने लगातार रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से लेकर रेल मंत्री तक से इस पर चर्चा करते रहे हैं. समय के साथ उन्होंने हर विभाग और हर अधिकारी से इस पर सभी की सहमति भी हासिल कीं. यह रेलवे लाइन करीब 16 किलोमीटर लंबा है. इसमें कुल 18 क्रासिंग आते हैं, दिनभर में यहां से करीब 110 ट्रेनें गुजरती हैं.
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अब बनेगा यहां एलीवेटेड ट्रैक
सांसद सत्यदेव पचौरी ने बताया कि इस रेलवे लाइन को हटा कर यहां एक एलीवेटेड ट्रैक तैयार कराया जाएगा. इससे जो यात्री इस रूट पर यात्रा करना चाहते हैं, उन्हें एलीवेटेड ट्रैक पर ट्रेन की सुविधा मिलेगी. इस ट्रैक के हट जाने से स्थानीय आमजनता को काफी सहुलियत मिलेगी. जनता को अब रेलों के गुजरने की वजह से क्रासिंग पर इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
इसके साथ ही सालों से यहां जाम एक गंभीर समस्या बनी हुई थी, जनता को अब उससे भी निजात मिलेगी. उन्होंने बताया कि अंतिम सर्वे के बाद एक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार होगी. इस रिपोर्ट को कैबिनेट में रखा जाएगा और जैसे ही कैबिनेट से स्वीकृति मिल जाएगी इस रेलवे लाइन को हटाने का काम शुरू हो जाएगा.
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