कानपुर: देश भर में मंगलवार को संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर का जन्म दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. जनपद में काफी लंबे समय से लोग अंबेडकर जयंती को अनोखे ढंग से मनाते आए हैं. लेकिन इस बार कोरोना वायरस की वजह से अंबेडकर जयंती की वह धूमधाम देखने को नहीं मिली. लॉकडाउन में लगी धारा 144 का पालन करते हुए अंबेडकर जयंती मनाई गई.
जूही इलाके में स्थित बाबूरहिया तालाब के बीचों-बीच अंबेडकर प्रतिमा को बनाया गया है. हर साल क्षेत्र के पार्षद अपने कुछ साथियों के साथ तालाब में उतरकर अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए जन्मदिवस मनाते हैं.
वहीं इस साल भी पार्षद सुनील कनौजिया अपने अन्य साथियों के साथ तालाब में पहुंचे. पानी के रास्ते होते हुए अंबेडकर प्रतिमा पर पहुंचने के बाद सबसे पहले उन्होंने दूध से स्नान करा कर अंबेडकर प्रतिमा की साफ-सफाई की. इसके बाद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
आसपास मौजूद सभी लोगों को मिष्ठान भी वितरित किया गया. इस बार अंबेडकर प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाने के लिए लोगों को भारी संख्या में न आने के लिए कहा गया था, क्योंकि जिस तरीके से देशभर में लॉकडाउन जारी है, उसका भी विशेष ध्यान रखा गया.
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सुनील कनौजिया ने बताया कि उनके द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अंबेडकर जयंती को मनाया गया है. अंबेडकर ने समाज को एकता और भाईचारे में पिरोने की बात की थी, जिनके आदर्शों पर वह आगे बढ़ने का काम कर रहे है.