कानपुर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 19 दिसंबर को कानपुर आ रहे हैं. वह यहां जिला जेल में बंद सीसामऊ विधानसभा से विधायक इरफान सोलंकी से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर नगर निकाय चुनाव की तैयारियों की चर्चा भी करेंगे. हालांकि चाचा शिवपाल ने अखिलेश यादव को छोटे नेता जी का नाम दिया है, जिसका एक पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. जो कि जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
जाजमऊ थाना क्षेत्र के डिफेंस कॉलोनी इलाके में एक प्लाट पर कब्जा और आगजनी मामले में पुलिस ने विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. कई दिनों तक फरार रहने के बाद विधायक इरफान और भाई रिजवान सोलंकी ने पुलिस के सामने सरेंडर किया था. सूत्रों की माने तो फरार रहने के बाद विधायक इरफान सोलंकी लखनऊ जाकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिले थे. अपने आपको निर्दोष बताया था. जिसके बाद अखिलेश यादव ने एक डेलिगेशन भी विधायक इरफान के घर भेजा था. इसमे समाजवादी पार्टी के विधायकों समेत शहर के नगर अध्य्क्ष शामिल थे. डेलिगेशन ने विधायक के पक्ष में कानपुर कमिश्नर को सबूत के तौर पर सीसीटीवी फुटेज को गलत बताया था.
वहीं, अब जब इरफान और उनके भाई सलाखों के पीछे है तो ऐसे में अखिलेश यादव 19 दिसंबर को 1 से 2 बजे के बीच कानपुर जेल आकर उनसे मुलाकात करेंगे. लेकिन इसी दौरान एक पोस्टर भी चर्चा का विषय बना हुआ है. जिसमें अखिलेश यादव को छोटा नेता जी बताया गया है. इस पोस्टर के पीछे अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव का बयान है. उन्होंने पिछले दिनों जसवंत नगर की एक मीटिंग में अखिलेश यादव को छोटे नेता जी का नाम दे डाला. जिसके बाद कानपुर की आर्य नगर विधानसभा से विधायक अमिताभ बाजपेई ने एक पोस्टर जारी किया है. जिसमे दिवंगत मुलायम सिंह यादव जी की फोटो के साथ वरिष्ठ समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के साथ बेड़ियों में कैद विधायक इरफान सोलंकी शामिल है. इस पोस्टर में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की फोटो भी छापी गयी है, जिसमे अखिलेश यादव को छोटे नेता जी का टाइटल दिया गया है.
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