कानपुर: कानपुर में मनीष गुप्ता हत्याकांड में सियासत तेज हो गई है. पुलिस द्वारा पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवाने ले जा रहे थे कि तभी सपा कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किया गया, क्योंकि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी आज पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे हैं. अखिलेश यादव पत्नी मीनाक्षी और परिवार से मिले हैं. मनीष के घर के बाहर बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता मौजूद हैं.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व्यापारी मनीष गुप्ता के परिवार वालों से मिलने आज कानपुर पहुंचे. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को दो करोड़ रुपए पीड़ित परिवार को देने चाहिए. व्यापारी मनीष गुप्ता के परिवार से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस रक्षा नहीं कर रही लोगों की जान ले रही है. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिजनों ने सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. परिवार को 2 करोड़ की सरकारी मदद दी जाए. सपा पीड़ित परिवार की 20 लाख की मदद करेगी.
मृतक की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता सीएम योगी से मिलने के लिए अपने घर से निकल चुकी है. पुलिस उनको मुख्यमंत्री से मिलवाने ले जा रही है. कल मनीष के परिजन इस बात की मांग कर रहे थे कि जब तक मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात नहीं कराई जाएगी. तब तक हम लोग अंतिम संस्कार नहीं करेंगे, लेकिन जब कल कमिश्नर और जिलाधिकारी और कई अधिकारियों का दबाव और उसका शव परिजनों को मिला तब जाकर आज सुबह परिजनों ने मनीष का अंतिम संस्कार कर दिया था. वहीं अचानक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी परिजनों से मिलने कानपुर में उनके घर पहुंचे और लगभग 10 मिनट तक परिजनों के साथ बैठकर मुलाकात की और हर संभव मदद करने का भी ऐलान किया. उन्होंने कहा कि वह इस दुख की घड़ी में परिवार वालों के साथ है. उन्होंने मनीष की पत्नी मीनाक्षी को दो करोड़ रुपए की एक भी सौंपी है. अखिलेश यादव के मिलने जाने के बाद तुरंत पुलिस उनको अपनी गाड़ी में लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवाने के लिए ले गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज कानपुर में जनसभा करने आ रहे हैं. वह सबसे पहले हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन पहुंचेंगे. वहीं पर उनकी मुलाकात मीनाक्षी से कराई जाएगी.
आपको बता दें कि परिजनों ने अपने कुछ पॉइंट रखे हैं, जिनको लेकर वह मांग कर रहे हैं कि उनकी मांगे पूरी हो. हालांकि उनकी मांगे पूरी होने का आश्वासन दिया गया है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा आश्वासन के बाद ही परिजन मानने को तैयार होंगे, ऐसा परिजनों का कहना है.
सपा व्यापार प्रकोष्ठ ने सरकार को बर्खास्त करने की मांग की
कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से हुई मौत के मामले में व्यापारियों के बीच काफी नाराजगी और आक्रोश देखने को मिल रहा है. आज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को बर्खास्त किए जाने की मांग कर डाली.
समाजवादी पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन मनोचा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में व्यापारी सुरक्षित नहीं है. कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर के एक होटल में पुलिस ने पीट-पीटकर हत्या कर दी है. व्यापारी आज सुरक्षित नहीं हैं. हम प्रदेश की राज्यपाल से मांग करते हैं कि उत्तर प्रदेश की सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाए. इससे पहले भी प्रदेश में तमाम बड़ी घटनाएं हुई हैं जो सरकार की कानून व्यवस्था को विफल बताने में काफी हैं. उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और रोज घटनाएं हो रही हैं. हमारी राज्यपाल से मांग है कि सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाए.
समाजवादी पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन मनोचा ने कहा कि हमारी मांग है कि पीड़ित व्यापारी के परिजनों को ₹2 करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी तत्काल दी जाए. इसके अलावा पुलिस कर्मियों को जेल की सलाखों में डाला जाए. जिन्होंने व्यापारी मनीष गुप्ता की पीट-पीटकर हत्या कर दी है. उन्होंने कहा कि इससे पहले प्रदेश में जब अन्य सरकार होती थी तो राज्यपाल कानून व्यवस्था सहित अन्य मुद्दों पर बोलते रहे हैं, लेकिन आज उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महिला हैं और व्यापारी की पत्नी का दर्द भी उन्हें समझना चाहिए और सरकार के खिलाफ कार्रवाई उन्हें करनी चाहिए. उनके मौन रहने से कुछ नहीं होने वाला. व्यापारी नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर इस पूरे मामले में कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो 7 अक्टूबर को पूरे प्रदेश भर के व्यापारी आंदोलन करेंगे और सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करेंगे.
आपको बता दें कि कानपुर के एक 38 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मंगलवार तड़के गोरखपुर के एक होटल में मौत हो गई थी. मामले में कुछ पुलिसकर्मियों पर आरोप लगा था, जो होटल के कमरे में अपराधियों की तलाश करने का दावा कर घुसे थे. जब इस मामले को लेकर विवाद बढ़ा तो प्रशासन ने 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया.
इसके बाद मनीष गुप्ता के परिवार के साथ डीएम और एसएसपी ने मीटिंग की थी. मीटिंग के दौरान उन्होंने जो कुछ कहा वो यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े कर रहा है. वायरल हो रहे वीडियो में परिजनों से अधिकारी ने कोर्ट में मामला लंबे समय तक चलने की बात कही थी. साथ ही पुलिस के बात करने के लहजे पर भी सवाल उठ रहा था. इस वीडियो के सामने आने के बाद से ही यूपी पुलिस की आलोचना हो रही थी. वहीं गुरुवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने अब कई और सवाल खड़े कर दिये हैं.
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता (Manish Gupta) की मौत पीटने से हुई है. मनीष गुप्ता (Manish Gupta) को पीट-पीटकर मारा गया है. लगभग पूरे शरीर पर गंभीर चोट के निशान मिले हैं. कोहनी, सिर और मांसपेशियों में गहरी चोट लगी है