कानपुर: घाटमपुर क्षेत्र के एक गांव मे हैवानियत की हदें पार करने वाले दंपति को घाटमपुर पुलिस ने मेडिकल के बाद जेल भेज दिया है. इस दंपति ने संतान प्राप्ति की लालसा के चलते न सिर्फ अपने भतीजे को पैसे देकर निर्मम हत्याकांड को अंजाम दिलाया, बल्कि मासूम बच्ची के लिवर को कच्चा खा डाला.
पुलिस की पूछताछ में दंपति ने अपना जुर्म स्वीकार किया. पुलिस ने दोनों को घाटमपुर सीएचसी में मेडिकल परीक्षण कराकर सलाखों के पीछे भेज दिया है. बता दें कि गिरफ्तार किए गए आरोपी परशुराम ने बच्ची की हत्या के लिए अपने भतीजे अंकुर को 500 और उसके साथी वीरेंद्र कुरील को 1000 रुपये देकर तैयार किया था.
एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि परशुराम ने किसी तंत्र-मंत्र की किताब में बच्ची का लीवर खाने से संतान की प्राप्ति की बात पढ़ी थी. इसके बाद परशुराम ने षडयंत्र रचकर अपने भतीजे अंकुर ओर उसके साथी वीरेंद्र के साथ मिलकर इस वीभत्स घटना को अंजाम दे डाला.
एसपी ग्रामीण ने बताया कि परशुराम के भतीजों ने दिवाली की रात मासूम के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी. युवकों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि परशुराम और उसकी पत्नी ने संतान प्राप्ति के लिए मासूम के लीवर को अपना निवाला बना लिया. शरीर के बाकी हिस्सों को उन्होंने जानवरों को खिला दिया.
इस भयावह हत्याकांड के चलते पुलिस ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए धारा 147, 148, 149, 302, 201, 376D, 5N/6 और पाक्सो एक्ट के तहत संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दंपत्ति समेत चार आरोपियों सलाखों के पीछे भेज दिया है.