कानपुर: प्रदेश में सीनियर सिटीजन को योजनाओं का लाभ उन्हें आसानी से नहीं मिल रहा है. मामला कल्याणपुर विकास खंड के बैकुंठपुर गांव का है, जहां 70 वर्षीय सोहनलाल की सरकारी पेंशन बंद कर दी गई है. सोहनलाल ने समाज कल्याण अधिकारी से कहा कि साहब मै ज़िंदा हूं, मेरी पेंशन बहाल करें.
समाज कल्याण ने जीवित को किया मृत घोषित-
कल्याणपुर विकास खंड के बैकुंठपुर गांव के रहने वाले 70 वर्षीय वृद्ध सोहन लाल को वृद्ध पेंशन मिल रही थी. पिछले दो सालों से उनकी पेंशन बंद कर दी गई. सोहनलाल अपने भतीजे के साथ समाज कल्याण विभाग पहुंचे तो वहां पर उनको एक कागज थमा दिया गया, जिस पर लिखा था कि सोहनलाल की मौत हो चुकी है. सोहनलाल ने समाज कल्याण अधिकारी को बताया कि मैं ही सोहनलाल हूं और जिंदा हूं. अधिकारी सोहन लाल की बात नहीं मानें और उनसे जीवित होने का प्रमाण पत्र मांगा.
सोहनलाल के भतीजे का बयान-
सोहनलाल के भतीजे हरिशंकर ने बताया कि मेरे चाचा का दो साल से पेंशन बंद है. विकास भवन में पेंशन विभाग ने बताया कि सोहनलाल की मौत हो चुकी है और इस मामले में कुछ नहीं हो सकता. अधिकारी ने बताया कि अगर पेंशन चाहिये तो फिर से नया आवेदन करना पड़ेगा. पीड़ित जब ब्लॉक के बीडीओ के पास पहुंचे तो उन्होंने कहा कि पता करना पड़ेगा कि सोहनलाल जिंदा है या नहीं.
इस पूरे प्रकरण की जानकारी जब मुख्य विकास अधिकारी अक्षय त्रिपाठी को हुई तो वो भी भौंचक्का रह गये. उनका कहना है कि अगर उनको पहले पेंशन मिलती थी तो किस समय उनको मृत घोषित कर पेंशन बंद कर दी गई. अगर सोहनलाल आज की तारीख में जीवित है तो उनकी पेंशन दुबारा चालू कराई जायेगी.