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कानपुर: जिंदा को मुर्दा किया घोषित, दो साल से पेंशन बंद - बैकुंठपुर गांव के सोहनलाल की पेशन हुई बंद

महानगर में एक वृद्व की पेंशन रोक दी गई है. समाज कल्याण विभाग का कहना है कि सोहनलाल मर चुका है. वहीं पीड़ित सोहनलाल का कहना है कि मैे जीवित हूं और मेरी पेंशन बहाल की जाए.

पीड़ित सोहनलाल.
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Published : Sep 4, 2019, 11:51 PM IST

कानपुर: प्रदेश में सीनियर सिटीजन को योजनाओं का लाभ उन्हें आसानी से नहीं मिल रहा है. मामला कल्याणपुर विकास खंड के बैकुंठपुर गांव का है, जहां 70 वर्षीय सोहनलाल की सरकारी पेंशन बंद कर दी गई है. सोहनलाल ने समाज कल्याण अधिकारी से कहा कि साहब मै ज़िंदा हूं, मेरी पेंशन बहाल करें.

पेंशन के लिए समाज कल्याण विभाग के चक्कर लगा रहा बुजुर्ग.

समाज कल्याण ने जीवित को किया मृत घोषित-

कल्याणपुर विकास खंड के बैकुंठपुर गांव के रहने वाले 70 वर्षीय वृद्ध सोहन लाल को वृद्ध पेंशन मिल रही थी. पिछले दो सालों से उनकी पेंशन बंद कर दी गई. सोहनलाल अपने भतीजे के साथ समाज कल्याण विभाग पहुंचे तो वहां पर उनको एक कागज थमा दिया गया, जिस पर लिखा था कि सोहनलाल की मौत हो चुकी है. सोहनलाल ने समाज कल्याण अधिकारी को बताया कि मैं ही सोहनलाल हूं और जिंदा हूं. अधिकारी सोहन लाल की बात नहीं मानें और उनसे जीवित होने का प्रमाण पत्र मांगा.

सोहनलाल के भतीजे का बयान-

सोहनलाल के भतीजे हरिशंकर ने बताया कि मेरे चाचा का दो साल से पेंशन बंद है. विकास भवन में पेंशन विभाग ने बताया कि सोहनलाल की मौत हो चुकी है और इस मामले में कुछ नहीं हो सकता. अधिकारी ने बताया कि अगर पेंशन चाहिये तो फिर से नया आवेदन करना पड़ेगा. पीड़ित जब ब्लॉक के बीडीओ के पास पहुंचे तो उन्होंने कहा कि पता करना पड़ेगा कि सोहनलाल जिंदा है या नहीं.

इस पूरे प्रकरण की जानकारी जब मुख्य विकास अधिकारी अक्षय त्रिपाठी को हुई तो वो भी भौंचक्का रह गये. उनका कहना है कि अगर उनको पहले पेंशन मिलती थी तो किस समय उनको मृत घोषित कर पेंशन बंद कर दी गई. अगर सोहनलाल आज की तारीख में जीवित है तो उनकी पेंशन दुबारा चालू कराई जायेगी.

कानपुर: प्रदेश में सीनियर सिटीजन को योजनाओं का लाभ उन्हें आसानी से नहीं मिल रहा है. मामला कल्याणपुर विकास खंड के बैकुंठपुर गांव का है, जहां 70 वर्षीय सोहनलाल की सरकारी पेंशन बंद कर दी गई है. सोहनलाल ने समाज कल्याण अधिकारी से कहा कि साहब मै ज़िंदा हूं, मेरी पेंशन बहाल करें.

पेंशन के लिए समाज कल्याण विभाग के चक्कर लगा रहा बुजुर्ग.

समाज कल्याण ने जीवित को किया मृत घोषित-

कल्याणपुर विकास खंड के बैकुंठपुर गांव के रहने वाले 70 वर्षीय वृद्ध सोहन लाल को वृद्ध पेंशन मिल रही थी. पिछले दो सालों से उनकी पेंशन बंद कर दी गई. सोहनलाल अपने भतीजे के साथ समाज कल्याण विभाग पहुंचे तो वहां पर उनको एक कागज थमा दिया गया, जिस पर लिखा था कि सोहनलाल की मौत हो चुकी है. सोहनलाल ने समाज कल्याण अधिकारी को बताया कि मैं ही सोहनलाल हूं और जिंदा हूं. अधिकारी सोहन लाल की बात नहीं मानें और उनसे जीवित होने का प्रमाण पत्र मांगा.

सोहनलाल के भतीजे का बयान-

सोहनलाल के भतीजे हरिशंकर ने बताया कि मेरे चाचा का दो साल से पेंशन बंद है. विकास भवन में पेंशन विभाग ने बताया कि सोहनलाल की मौत हो चुकी है और इस मामले में कुछ नहीं हो सकता. अधिकारी ने बताया कि अगर पेंशन चाहिये तो फिर से नया आवेदन करना पड़ेगा. पीड़ित जब ब्लॉक के बीडीओ के पास पहुंचे तो उन्होंने कहा कि पता करना पड़ेगा कि सोहनलाल जिंदा है या नहीं.

इस पूरे प्रकरण की जानकारी जब मुख्य विकास अधिकारी अक्षय त्रिपाठी को हुई तो वो भी भौंचक्का रह गये. उनका कहना है कि अगर उनको पहले पेंशन मिलती थी तो किस समय उनको मृत घोषित कर पेंशन बंद कर दी गई. अगर सोहनलाल आज की तारीख में जीवित है तो उनकी पेंशन दुबारा चालू कराई जायेगी.

Intro:कानपुर :- जानिए क्यों और कहां पेंशन के लिए दर-दर भटक रहा है मुर्दा ।


उत्तर प्रदेश सरकार भले ही सीनियर सिटीजन के लिये कई योजनाये शुरू कर दे लेकिन उसका लाभ उन्हें आसानी से नहीं मिल सकता | योजनाओ का लाभ लेने के लिये उन्हे सरकारी दफ्तर के चक्कर काटने पड़ते है | ताजा मामला कल्याणपुर विकास खंड के बैकुंठपुर गांव का है जंहा के रहने वाले 70 वर्षीय सोहन लाल की आ रही सरकारी पेंशन को बंद कर दिया गया | सोहन लाल जब इसकी जानकारी करने समाज कल्याण विभाग पहुंचे तो पता चला कि उनकी मौत होने के बाद से पेंशन बंद कर दी गयी | सोहन लाल ने समाज कल्याण अधिकारी के बताया कि साहब मै ज़िंदा हूँ मेरी पेंशन बहाल करे | 




Body:कल्याणपुर विकास खंड के बैकुंठपुर गांव के रहने वाले 70 वर्षीय बृद्ध सोहन लाल को बृद्धा पेंशन मिल रही थी,लेकिन पिछले दो सालो से उनकी पेंशन बंद कर दी गयी | सोहनलाल अपने भतीजे के साथ समाज कल्याण विभाग पहुंचे तो वंहा पर उनको एक कागज़ थमा दिया गया जिसपर लिखा था कि सोहनलाल की मौत हो चुकी है | सोहनलाल ने समाज कल्याण अधिकारी को बताया कि मै ही सोहनलाल हूँ और ज़िंदा हूँ,लेकिन वो नहीं माने और जीवित होने का प्रमाण पत्र माँगा | 

सोहनलाल के भतीजे हरिशंकर ने बताया कि मेरे चाचा कि दो साल से पेंशन बंद है लगातार समाज कल्याण आफिस के चक्कर लगा रहे है | विकास भवन में पेंशन विभाग से बताया गया कि सोहनलाल की मौत हो चुकी है इस लिये कुछ नहीं हो सकता | उन्होंने बताया कि अगर पेंशन चाहिये तो फिर से नया आवेदन करना पडेगा | ब्लाक के बीडीओ के पास पहुंचे तो उन्होंने कहा कि पता करना पडेगा की सोहनलाल ज़िंदा है या नहीं | 




Conclusion:इस पूरे प्रकरण की जानकारी जब मुख्य विकास अधिकारी को हुयी तो वो भी भौचक रह गये | उनका कहना है कि अगर उनको पहले पेंशन मिलती थी और किसी समय उनको मृत घोषित कर पेंशन बंद कर दी गयी |  अगर सोहनलाल आज की तारीख में जीवित है तो उनकी पेंशन दुबारा चालू करायी जायेगी | 

बाईट - सोहनलाल (पीड़ित)

बाईट - अक्षय त्रिपाठी (मुख्य विकास अधिकारी)

रजनीश दीक्षित
कानपुर ।
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