कानपुर: शहर के परेड चौराहा पर 3 जून को जिन उपद्रवियों ने पत्थर और बम चलाए थे, वह फिलहाल तो जेल में हैं. अब जेल में रहते हुए नगर निगम अफसरों ने भी उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी है. नगर निगम की ओर से कराई गई जांच में यह बात सामने आई है, कि 30 से अधिक चिन्हित उपद्रवियों के घरों से कर और जल कर जमा नहीं किया गया. कई उपद्रवी ऐसे हैं, जिनका 2016 से दोनों कर बकाया है. अब नगर निगम की ओर से इन्हें कर जमा करने के लिए एक निश्चित समय सीमा देने के साथ ही नोटिस जारी की जाएगी. वहीं, अगर तय समय पर कर नहीं जमा किया तो नियमानुसार इनके घरों के कनेक्शन काट दिए जाएंगे.
लाखों रुपये की होगी वसूली: नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने बताया कि जोन एक, जोन दो व जोन चार के अफसरों की टीम बनाकर परेड बवाल में चिन्हित उपद्रवियों के घरों में गृह कर व जल कर का रिकार्ड चेक कराया गया. अफसरों की जांच रिपोर्ट में उपद्रवियों ने लाखों रुपये के बिल जमा नहीं किए गए हैं. उन्होंने कहा कि अब किसी को बख्शा नहीं जाएगा और सभी से हर हाल में कर की वसूली होगी.
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बवाल के बाद चेते नगर निगम के अफसर: नगर निगम के अफसरों ने परेड में बवाल के बाद उपद्रवियों के घरों की गृह कर व जल कर की जांच कराई. हालांकि, एक बड़ा सवाल अफसरों की कार्यशैली पर भी उठ रहा है, कि आखिर वह बवाल के बाद ही क्यों चेते. अगर, लगातार बिलों की जांच हो रही होती और व्यवस्था तक आनलाइन है तो फिर सालों से उन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का कर बकाया क्यों रह गया.