कानपुर: सूबे में कुछ माह पहले अचानक से एक खबर आई थी, कि कन्नौज से कनेक्शन रखने वाले इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Perfume businessman Piyush Jain) के घर से 100 करोड़ रुपये से अधिक के नोट बरामद हुए. जिसे-जिसे यह बात पता लगी थी,वह काफी देर तक हैरान रह गया था. इस मामले में जब डायरेक्टोरेट आफ रेवेन्य इंटेलीजेंस ने कार्रवाई की तब इत्र कारोबारी को 250 दिनों से अधिक समय तक जेल में रहना पड़ा और उसके बाद उनकी रिहाई हुई. तब डीआरआई के अफसरों ने बताया था कि इत्र कारोबारी के पास से करीब 196 करोड़ रुपये बरामद हुए थे और 23 किलोग्राम विदेशी सोना मिला था.
अब, एक बार फिर से डीआरआई की ओर से कार्रवाई की गई और इत्र कारोबारी से मिले 23 किलोग्राम सोने को जब्त कर लिया गया. इतना ही नहीं, जुर्माने के तौर पर इत्र कारोबारी व उनकी फर्म पर 30-30 रुपये भी वसूलने के आदेश जारी हो गए. स्पेशल सीजेएम कोर्ट में यह जानकारी लखनऊ से आए डीआरआई टीम के अफसर संतोष कुमार व अभिषेक ने दी.
वहीं, इस पूरे मामले पर पीयूष जैन के अधिवक्ता चिन्मय पाठक ने पत्रकारों को बताया, कि इत्र कारोबारी के खिलाफ जीएसटी चोरी के लिए डायरेक्टोरेट जनरल आफ जीएसटी इंटेलीजेंस ( डीजीजीआई) व सोना तस्करी के लिए डीआरआई की ओर से दर्ज किए गए मामलों में स्पेशल सीजेएम कोर्ट में 23 मई को सुनवाई पूरी हो गई.
पीयूष जैन पर 496 करोड़ रुपये का टैक्स: इस पूरे मामले पर डीजीजीआई व डीआरआई टीम के अफसरों ने इत्र कारोबारी के दस्तावेजों को तो जांचा ही था. साथ में कारोबारी के करीबी रिश्तेदार प्रवीण जैन के कार्यालय पर गोदाम पर भी कुछ माह पहले छापेमारी की थी. डीजीजीआई टीम के अफसरों के मुताबिक डीजीजीआई अहमदाबाद की ओर से पीयूष जैन के कारोबार का जो विवरण तैयार किया गया था उसके आधार पर ही प्रवीण जैन के प्रतिष्ठान पर कार्रवाई की गई. कार्रवाई के बाद पीयूष जैन पर 496.68 करोड़ रुपये का टैक्स लगाया था और इसका नोटिस भी भेजा था.
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