कानपुर: सरकारी जमीन के अवैध पट्टे बेचने के मामले में जिला प्रशासन ने 22 लोगों को भू-माफिया घोषित कर दिया है. मंगलवार को डीएम के निर्देश पर आयोजित बैठक में उक्त निर्णय लिया गया. इसमें मकसूदाबाद में जमीन का खेल करने वाले आठ लोग और मेहरबान सिंह का पुरवा स्थित पिपौरी में जमीनों की हेराफेरी करने वाले कुल 14 लोग शामिल हैं. जिला प्रशासन के अफसरों ने बताया शहर में एक निजी कंपनी के निदेशक बृजेंद्र सिंह चौहान पर दूसरी बार कार्रवाई हुई है. वहीं, इससे पहले बिनगवां में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले 287 लोगों को जेल भेजा जा चुका है. डीएम विशाख जी अय्यर ने बताया कि मकसूदाबाद में अधिकतर जमीन केडीए की हैं, जबकि पिपौरी की जमीनें राजस्व विभाग की हैं. दोनों विभागों की ओर से जमीन को कब्जे में लेने की कवायद शुरू कर दी गई है.
जिला प्रशासन की ओर से जारी सूची:
मकसूदाबाद के भूमाफिया
- आदित्य नारायण- जवाहर नगर
- प्रताप नारायण- जवाहर नगर
- उमाकांत, कृष्ण कांत, अरुण कांत- जवाहर नगर
- जैनेंद्र सिंह- एमआइजी बर्रा
- रमेश- बैरी अकबरपुर बांगर
- बृजेंद्र चौहान- स्वराज नगर
पिपौरी के भूमाफिया
- सुभाषचंद्र- बिहारीपुरवा मजरा पिपौरी
- सुमन- बिहारीपुरवा मजरा पिपौरी
- बाबू, ग्राम पिपौरी तहसील सदर
- अमोल कुमार- ग्राम पिपौरी तहसील सदर
- विजय कुमार- पिपौरी तहसील सदर
- लक्ष्मीनारायण- पिपौरी तहसील सदर
- चंद्रमोहन- पिपौरी तहसील सदर
- हरमोहन- पिपौरी तहसील सदर
- अमर सिंह- बिहारी पुरवा मजरा पिपौरी
- लाल सिंह- बिहारीपुरवा मजरा पिपौरी
- सुरेश कुमार- बिहारीपुरवा मजरा पिपौरी
- शंकर- बिहारीपुरवा मजरा पिपौरी
- नरेश- पिपौरी तहसील सदर
- कैलाश- पिपौरी तहसील सदर
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