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कानपुर देहात: 69 हजार शिक्षक भर्ती का फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर बीआरसी पहुंचा युवक

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में एक युवक बीएसए के फर्जी हस्ताक्षर वाला नियुक्ति पत्र लेकर बीआरसी रसूलाबाद जा पहुंचा. इस दौरान जब उसके अभिलेखों की जांच की गई तो वे फर्जी पाए गए, जिसके बाद युवक के खिलाफ रसूलाबाद थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है.

youth reaches brc with fake teacher appointment letter signed by bsa
कानपुर देहात में फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर बीआरसी पहुंचा युवक.
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Published : Jun 25, 2020, 4:33 PM IST

कानपुर देहात: जनपद में गुरुवार को एक युवक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर वाला फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर बीआरसी रसूलाबाद पहुंच गया. इस दौरान उसने नियुक्ति पत्र भी दिखाया. हालांकि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पूछताछ करने के बाद शख्स वहां से चलता बना.

जानकारी देते बीएसए.

युवक के अभिलेखों की कर्मचारी ने मोबाइल से फोटो ले ली थी. इसी आधार पर पड़ताल के बाद बीईओ ने आरोपी युवक और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. बीईओ रसूलाबाद अनूप कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बीआरसी पहुंचे युवक ने कार्यालय में मौजूद कर्मचारी शैलेन्द्र को देवेंद्र यादव के तौर पर परिचय दिया. उसने बताया कि पिछले दिनों प्रदेश में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में उसका भी चयन हुआ है. युवक ने बीएसए के हस्ताक्षरित कार्यभार ग्रहण का आदेश भी दिखाया.

युवक ने बताया कि बीआरसी कार्यालय में काम करने वाले एक शख्स ने उसे बुलाया था. कर्मचारी ने अभिलेखों की मोबाइल पर फोटो खींचकर बीईओ को भेजी और पड़ताल में फर्जी अभिलेख पाने पर पूरी स्थिति से बीएसए को अवगत कराया. इस पूरे मामले में बीएसए सुनील दत्त ने बताया कि यह आदेश फर्जी है, जिसमें फर्जी नियुक्ति पत्र पर मेरे द्वारा हस्ताक्षर करने की बात कही गई है. इस मामले में रसूलाबाद थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है.

ये भी पढ़ें: फर्जी शिक्षक मामला: अनामिका के पांच रिश्तेदार भी कर रहे थे नौकरी

बता दें कि प्रदेश में फर्जी शिक्षिका के मामले में जिले का नाम सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है. विभाग ने 7 हजार बेसिक शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच का आदेश जारी किया है. जांच के बाद सभी दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन भी किया जाएगा.

कानपुर देहात: जनपद में गुरुवार को एक युवक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर वाला फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर बीआरसी रसूलाबाद पहुंच गया. इस दौरान उसने नियुक्ति पत्र भी दिखाया. हालांकि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पूछताछ करने के बाद शख्स वहां से चलता बना.

जानकारी देते बीएसए.

युवक के अभिलेखों की कर्मचारी ने मोबाइल से फोटो ले ली थी. इसी आधार पर पड़ताल के बाद बीईओ ने आरोपी युवक और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. बीईओ रसूलाबाद अनूप कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बीआरसी पहुंचे युवक ने कार्यालय में मौजूद कर्मचारी शैलेन्द्र को देवेंद्र यादव के तौर पर परिचय दिया. उसने बताया कि पिछले दिनों प्रदेश में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में उसका भी चयन हुआ है. युवक ने बीएसए के हस्ताक्षरित कार्यभार ग्रहण का आदेश भी दिखाया.

युवक ने बताया कि बीआरसी कार्यालय में काम करने वाले एक शख्स ने उसे बुलाया था. कर्मचारी ने अभिलेखों की मोबाइल पर फोटो खींचकर बीईओ को भेजी और पड़ताल में फर्जी अभिलेख पाने पर पूरी स्थिति से बीएसए को अवगत कराया. इस पूरे मामले में बीएसए सुनील दत्त ने बताया कि यह आदेश फर्जी है, जिसमें फर्जी नियुक्ति पत्र पर मेरे द्वारा हस्ताक्षर करने की बात कही गई है. इस मामले में रसूलाबाद थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है.

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बता दें कि प्रदेश में फर्जी शिक्षिका के मामले में जिले का नाम सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है. विभाग ने 7 हजार बेसिक शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच का आदेश जारी किया है. जांच के बाद सभी दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन भी किया जाएगा.

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