कानपुर देहात: कानपुर मुठभेड़ के मुख्य आरोपी विकास दुबे को लेकर STF उज्जैन से कानपुर देहात होते हुए कानपुर नगर पहुंच चुकी है. कानपुर देहात और कानपुर नगर के भारी पुलिस बल के साथ विकास दुबे को लाया गया है. बता दें कि विकास दुबे को कानपुर देहात के न्यायालय में पेश किया जाएगा.
कानपुर मुठभेड़ के मुख्य आरोपी विकास दुबे को गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद विकास दुबे को यूपी पुलिस बाई रोड लेकर यूपी पहुंच गई है. अपराधी विकास दुबे को कानपुर देहात से होते हुए कानपुर नगर के लिए ले जाया गया है.
उज्जैन में गिरफ्तारी हुई तो कई सवाल हुए खड़े
कानपुर एनकाउंटर के बाद घटनास्थल से पांच किमी दूर विकास दुबे कैसे रुका, ये एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है. एनकाउंटर के बाद विकास दुबे को पकड़ने के लिए कानपुर पुलिस ने विकास के बिकरू स्थित घर पर रात को दबिश दी थी. विकास और उसके गुर्गों ने सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी. शूटआउट के दौरान वह घर के पीछे खड़ी साइकिल से भाग निकला था. विकास दो दिनों तक जनपद कानपुर देहात के शिवली में ही दोस्त के घर रुका, लेकिन दस हजार पुलिसकर्मी, यूपी एसटीएफ की सौ टीमें और 40 थानों की पुलिस उसका पता नहीं लगा सकी.
कैसे एक के बाद एक जिले करता गया पार
दो दिन जनपद कानपुर देहात के शिवली में रुकने के बाद विकास एक ट्रक में सवार होकर 92 किलोमीटर की दूरी तय कर औरैया पहुंचा. सख्त नाकेबंदी के बावजूद यूपी पुलिस उसे ट्रेस नहीं कर पाई, जबकि पुलिस ने सभी जिलों में सघन तलाशी अभियान चला रखा था. औरैया के बाद विकास हरियाणा के फरीदाबाद पहुंचा. बताया जा रहा है कि उसने किसी की कार से 385 किलोमीटर की दूरी तय की.
आखिरी लोकेशन फरीदाबाद मिली थी
सोमवार दोपहर 3:19 बजे उसकी आखिरी लोकेशन फरीदाबाद मिली थी, जिसमें सीसीटीवी में वह दिखाई दिया था. हरियाणा पुलिस और यूपी एसटीएफ की टीम फरीदाबाद के होटल में पहुंचती, इससे पहले विकास दुबे वहां से फरार हो चुका था. सीसीटीवी में बस उसकी एक झलक दिखाई दी, जिसमें वह एक ऑटो में बैठता दिखा था. बाद में वह एक रिश्तेदार के घर में भी रुका था. यहां भी पुलिस के पहुंचने से पहले भाग निकला था.
विकास ने कैसे तय किया 750 किमी से अधिक का सफर
विकास सोमवार को फरीदाबाद में दिखा था. इसके बाद वह कहां रुका, किसी को नहीं पता. सीधे गुरुवार सुबह उज्जैन में उसकी गिरफ्तारी हुई. 773 किमी लंबा सफर तय करने के दो रास्ते हैं. या तो हरियाणा, यूपी के रास्ते मध्यप्रदेश पहुंचा जा सकता है या फिर हरियाणा, राजस्थान के रास्ते मध्यप्रदेश तक जाया जा सकता है. एक थ्योरी यह बता रही है कि वह उज्जैन पहुंचने से पहले मध्यप्रदेश के शहडोल में था. यह शक इसलिए गहराता है, क्योंकि मंगलवार को यूपी एसटीएफ ने शहडोल से विकास दुबे के साले ज्ञानेंद्र और भतीजे आदर्श को हिरासत में लिया था.
किसी ने कैसे विकास को नहीं देख पाया
सबसे बड़ा सवाल यह है कि विकास एक के बाद एक जिले और फिर राज्यों की पुलिस को चकमा देकर कैसे उज्जैन तक पहुंच गया. क्या उसके पास कोई गाड़ी थी, जिससे सफर कर वह इतने राज्यों की सीमा पार करते हुए मध्यप्रदेश पहुंचा. फरीदाबाद में सीसीटीवी फुटेज में नजर आने के बाद पुलिस भी चौकस थी. फिर भी वह 12 से 14 घंटे सफर कर उज्जैन तक कैसे पहुंच गया. हरियाणा, यूपी, एमपी की पुलिस उसका पता नहीं लगा पाई. उसकी पहचान सीधे महाकाल मंदिर के अंदर दर्शन के बाद एक गार्ड ने की.