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कानपुर देहात में पुलिस की बर्बरता मामले में एसपी और आईजी ने दी ये सफाई...

कानपुर देहात में स्वास्थ्यकर्मी की पुलिस द्वारा पिटाई मामले में अब पुलिस अधीक्षक ने सफाई पेश की है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मी ने पुलिस के साथ अभद्रता की, इसलिए ऐसा कदम उठाना पड़ा.

पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी
पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी
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Published : Dec 10, 2021, 3:26 PM IST

Updated : Dec 10, 2021, 7:05 PM IST

कानपुर देहातः जिला अस्पताल में धरने पर बैठे स्वास्थ्यकर्मियों में से एक की पुलिस द्वारा बेहरमी से पिटाई का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. गौरतलब है कि जिस स्वास्थ्यकर्मी को पुलिस बेरहमी से पीट रही थी, उसकी गोद में बच्ची भी थी. बच्ची लगातार चिल्लाता रही और पुलिस लगातार स्वास्थ्यकर्मी पर डंडे बरसाती रही. कानपुर नगर के आईजी जोन प्रशांत कुमार ने कानपुर देहात जिला अस्पताल परिसर का शुक्रवार को निरीक्षण किया. साथ ही आईजी जोन ने यह स्वीकार किया कि इस मामले में पुलिसकर्मी से गलती है. वहीं, इस मामले में पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने सफाई दी है.

पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी.

एसपी केशव कुमार चौधरी ने बताया कि जिला अस्पताल में चतुर्थ कर्मचारी रजनीश शुक्ला और उसके समर्थकों द्वारा ओपीडी को बंद करा दिया गया था. साथ ही यह लोग मरीजों को अस्पताल से बाहर कर रहे थे. एसपी ने बताया कि रजनीश शुक्ला और उसके समर्थक डॉक्टरों और मरीजों के साथ अभद्रता की जा रही थी. उन्होंने बताया कि सीएमओ ने पुलिस को सूचना दी. सूचना पर पहुंची पुलिस रजनीश शुक्ला को समझाने का प्रयास किया तो उसने अभद्रता शुरू कर दी.

आईजी प्रशांत कुमार.

एसपी ने बताया कि इस दौरान रजनीश शुक्ला और उसके साथियों ने चौकी इंचार्ज और पुलिसकर्मियों को एक कमरे में बंद कर दिया था. इसके बाद थानाध्यक्ष भी मौके पर पहुंचे और समझाने की कोशिश की तो रजनीश शुक्ला ने दांतों से काट लिया था. एसपी ने बताया कि अस्पताल की व्यवस्था सुचारू करने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों पर हलका बल प्रयोग करना पड़ा. उन्होंने कहा कि आरोपी रजनीश शुक्ला इसके पहले भी ऐसी घटनाओं में शामिल रह चुका है.

मीडिया से बातचीत करते हुए आईजी प्रशांत कुमार ने कहा कि इस मामले में पुलिसकर्मी द्वारा बड़ी गलती की गई है, जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मामले में विभागीय जांच जारी है, जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ें-उत्तर प्रदेश पुलिस ने धरने पर बैठे स्वास्थ्यकर्मी और गोद में बच्चे लिए शख्स को भी बेरहमी से पीटा

गौरतलब है कि कानपुर देहात के जिला अस्पताल (District Hospital of Kanpur Rural) में अपनी कुछ मांगों को लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन के लोग धरने पर बैठे हुए थे. इसी दौरान पुलिस द्वारा स्वास्थकर्मी की पिटाई का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. वहीं, बेटे को गोद में लिए स्वास्थकर्मी की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक दलों भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. वहीं, भाजपा के सांसद वरुण गांधी ने भी वीडियो ट्वीट कर अपनी सरकार से सवाल पूछा है.

कानपुर देहातः जिला अस्पताल में धरने पर बैठे स्वास्थ्यकर्मियों में से एक की पुलिस द्वारा बेहरमी से पिटाई का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. गौरतलब है कि जिस स्वास्थ्यकर्मी को पुलिस बेरहमी से पीट रही थी, उसकी गोद में बच्ची भी थी. बच्ची लगातार चिल्लाता रही और पुलिस लगातार स्वास्थ्यकर्मी पर डंडे बरसाती रही. कानपुर नगर के आईजी जोन प्रशांत कुमार ने कानपुर देहात जिला अस्पताल परिसर का शुक्रवार को निरीक्षण किया. साथ ही आईजी जोन ने यह स्वीकार किया कि इस मामले में पुलिसकर्मी से गलती है. वहीं, इस मामले में पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने सफाई दी है.

पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी.

एसपी केशव कुमार चौधरी ने बताया कि जिला अस्पताल में चतुर्थ कर्मचारी रजनीश शुक्ला और उसके समर्थकों द्वारा ओपीडी को बंद करा दिया गया था. साथ ही यह लोग मरीजों को अस्पताल से बाहर कर रहे थे. एसपी ने बताया कि रजनीश शुक्ला और उसके समर्थक डॉक्टरों और मरीजों के साथ अभद्रता की जा रही थी. उन्होंने बताया कि सीएमओ ने पुलिस को सूचना दी. सूचना पर पहुंची पुलिस रजनीश शुक्ला को समझाने का प्रयास किया तो उसने अभद्रता शुरू कर दी.

आईजी प्रशांत कुमार.

एसपी ने बताया कि इस दौरान रजनीश शुक्ला और उसके साथियों ने चौकी इंचार्ज और पुलिसकर्मियों को एक कमरे में बंद कर दिया था. इसके बाद थानाध्यक्ष भी मौके पर पहुंचे और समझाने की कोशिश की तो रजनीश शुक्ला ने दांतों से काट लिया था. एसपी ने बताया कि अस्पताल की व्यवस्था सुचारू करने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों पर हलका बल प्रयोग करना पड़ा. उन्होंने कहा कि आरोपी रजनीश शुक्ला इसके पहले भी ऐसी घटनाओं में शामिल रह चुका है.

मीडिया से बातचीत करते हुए आईजी प्रशांत कुमार ने कहा कि इस मामले में पुलिसकर्मी द्वारा बड़ी गलती की गई है, जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मामले में विभागीय जांच जारी है, जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ें-उत्तर प्रदेश पुलिस ने धरने पर बैठे स्वास्थ्यकर्मी और गोद में बच्चे लिए शख्स को भी बेरहमी से पीटा

गौरतलब है कि कानपुर देहात के जिला अस्पताल (District Hospital of Kanpur Rural) में अपनी कुछ मांगों को लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन के लोग धरने पर बैठे हुए थे. इसी दौरान पुलिस द्वारा स्वास्थकर्मी की पिटाई का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. वहीं, बेटे को गोद में लिए स्वास्थकर्मी की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक दलों भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. वहीं, भाजपा के सांसद वरुण गांधी ने भी वीडियो ट्वीट कर अपनी सरकार से सवाल पूछा है.

Last Updated : Dec 10, 2021, 7:05 PM IST
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