कानपुर देहात: बिकरू कांड की जांच कर रही एसआईटी विकास दुबे पर तमाम मुकदमे होने के बाद भी पासपोर्ट और शस्त्र लाइसेंस जारी करने वाले कर्मचारियों और अफसरों से पूछताछ करेगी. कानपुर देहात के जिलापंचायत सदस्य अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी एक बार फिर पुलिस के बाद अब एसआईटी के जांच के घेरे में आ गए हैं. जिलापंचायत सदस्य अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी ने विकास दुबे का पासपोर्ट और शस्त्र लाइसेंस बनवाया था, इसलिए गुड्डन से फिर से पूछताछ होगी.
नौ बिंदुओं पर जांच
प्रमुख सचिव आबकारी संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी नौ बिंदुओं पर जांच कर रही है. एसआईटी पता लगा रही है कि विकास को 1998 से दर्ज मुकदमों में कैसे जमानत हासिल होती रही और वह बरी कैसे हो गया. उसके व उसके परिवार के लोगों के नाम कितने शस्त्र लाइसेंस बने. एसआईटी ने कानपुर नगर व जनपद कानपुर देहात के अलावा आस-पास के अन्य जिलों से जानकारी तलब की है.
बातचीत का ऑडियो वायरल
इसमें कानपुर के उच्च पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के नाम शामिल बताए जा रहे हैं. बिकरु कांड में मारे गए सीओ और कानपुर के एसपी ग्रामीण के बीच कथित बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है. इसमें सीओ ने थाना प्रभारी विनय तिवारी और विकास दुबे के रिश्तों का खुलासा करते हुए निवर्तमान एसएसपी पर आरोप लगाए हैं.
नेशनल गन हाउस से खरीदी गई थी राइफल
विकास का भाई दीपक जिस सेमी ऑटोमैटिक राइफल को रखता था, उसे नेशनल गन हाउस से खरीदा गया था. जानकारी के मुताबिक बगैर राज्यपाल की मंजूरी के गन हाउस मालिक ऐसी राइफल नहीं बेच सकता है. लिहाजा खरीदने वाले के साथ-साथ बेचने वाला भी दोषी है. जांच के दायरे में गन हाउस मालिक भी शामिल हो गया है.
शहीद डीएसपी देवेंद्र मिश्र की मंशा पर पूर्व एसएसपी और वर्तमान डीआईजी पीएसी मुरादाबाद अनंत देव ने सवाल खड़े किए हैं. वीडियो के जरिये बयान जारी कर उन्होंने कहा कि सीओ ने उच्चाधिकारियों की बात रिकॉर्ड की है. इससे उसकी विश्वसनीयता कितनी होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.