कानपुर देहात: बेहमई कांड मामले में वादी राजाराम की मौत के बाद कानपुर देहात न्यायालय ने इस मामले में 24 दिसंबर की तारीख सुनवाई के लिए मुकर्रर की है. क्योंकि अब बेहमई कांड की मूल केस डायरी गायब होने की जांच रिपोर्ट न्यायालय में दाखिल हो चुकी है. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने जनपद कानपुर नगर के एसएसपी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम गठित की थी, क्योंकि पिछली सुनवाई में डकैती स्पेशल कोर्ट में केस डायरी न होने की वजह से फैसला टल गया था.
जनपद के बेहमई गांव वासियों में एक बार फिर फैसला आने की उम्मीद जगी है. देशभर में बहुचर्चित फूलन देवी कांड की सुनवाई बीते दिनों होने के बाद केस डायरी न मिलने से फैसला टल गया था. जिसके चलते कानपुर देहात न्यायालय ने केस डायरी के लिए पुलिस को तलब किया था. इसके बावजूद भी कोर्ट में पुलिस केस डायरी उपलब्ध नहीं करा पाई थी. न्यायालय ने जनपद के एसपी को पत्र लिखा था और तत्कालीन एसपी ने कोर्ट से केस डायरी उपलब्ध कराने के लिए समय मांगा था. उसके बाद उन्होंने जांच रिपोर्ट न्यायालय में सौंपी थी. इससे न्यायालय पूर्ण रुप से संतुष्ट नहीं हुआ था. इसके बाद कानपुर देहात न्यायालय की तरफ से डीजीपी के लिए पत्र लिखा गया था. डीजीपी ने कानपुर नगर कानपुर देहात की पुलिस को केस डायरी की छानबीन के लिए लगा दिया था. जिसके बाद अब पुलिस कोर्ट में केस डायरी दाखिल कर पाई है. इसको देखते हुए न्यायालय ने अब इस पूरे मामले में आने वाली 24 दिसंबर को सुनवाई की तारीख तय की है.
कानपुर देहात के डीजीसी ने जानकारी देते हुए बताया कि मूल केस डायरी न मिलने से पिछली बार फैसला टल गया था. इस मामले में वादी राजाराम की मौत हो चुकी है और उनकी मौत से केस में कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि उनके बयान हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि बेहमई कांड में 24 दिसंबर को सुनवाई होगी.