कानपुर देहात: बहुचर्चित बिकरू कांड मामले में कुख्यात अपराधी विकास दुबे के घर के सामने रहने वाली मनु पांडे का नाम चार्जशीट में नहीं है. इस कांड में सबसे ज्यादा मनु पांडे के ऑडियो वायरल हुए थे. मनु पांडे के वायरल ऑडियो में वह छतों से गोली चलाने के आदेश दे रही थी. साथ ही वह विकास दुबे समेत उसके साथी व अन्य लोगों के भी संपर्क में थी.
मनु पांडे का ऑडियो सामने आने के बाद पुलिस ने दावा किया था कि मनु के खिलाफ साक्ष्य एकत्रित कर लिये गए हैं, लेकिन अब बिकरू कांड मामले की चार्जशीट में मनु पांडे का नाम नहीं डाला गया है. पूरी चार्जशीट में मनु पांडे का जिक्र भी नहीं किया गया है. कानपुर देहात जिले के डकैती स्पेशल कोर्ट में पुलिस ने चार्जशीट भी दाखिल कर दी है, जिसकी पुष्टि बुधवार को कानपुर देहात न्यायालय के डीजीसी क्रिमिनल राजू पोरवाल ने की.
जानें क्या है पूरा मामला
पूरा मामला जनपद कानपुर नगर का है, जहां 2 जुलाई 2020 की रात को चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में पुलिस टीम दबिश देने के लिए गई हुई थी. तभी योजनाबद्ध तरीके से कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थी. इस कांड में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे.
इस कांड के बाद एक्शन में आई यूपी पुलिस व एसटीएफ ने मिलकर इन अपराधियों की धरपकड़ तेजी से शुरू कर दी थी. पुलिस व बिकरू कांड में शामिल अपराधियों के बीच में मुठभेड़ हुई थी, जिसमें कुख्यात अपराधी विकास दुबे समेत उसके अन्य साथी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे. मुख्य रूप से इस पूरे मामले में मनु पांडे का ऑडियो वायरल हुआ था. पुलिस ने इसे साक्ष्य के रूप में कोर्ट में पेश करने की बात भी कही थी, लेकिन अब मनु पांडे का नाम चार्जशीट तक में नहीं है.