कानपुर देहात: आपको जानकर हैरत होगी कि जनपद के एक ग्राम की करोड़ों की जमीन के मालिक आज भी पाकिस्तानी हैं. आप सोच रहे होंगे ऐसा कैसे संभव हो सकता है तो आपको बता दें कि सरकारी दस्तावेजों की लिखापढ़ी में इनका नाम बकायदा दर्ज है. साथ ही देश का नाम पाकिस्तान लिखा हुआ है जबकि इन लोगों को भारत छोड़े अरसा बीत चुका है. इसके बावजूद आज भी ये पाकिस्तानी यहां की करोड़ों की जमीन के मालिक बने हुए हैं. यह मामला है जनपद मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित बारा गांव का है.
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वहीं, यह मामला सरकारी महकमे और उनकी कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है. लंबे अरसे से दर्ज भारत की जमीनों पर गैर मुल्क का नाम अधिकारियों की बड़ी लापरवाही को दर्शाता है. नियम के अनुसार हर 6 वर्ष में भूमि अभिलेख के दस्तावेजों की छानबीन की जाती है. साथ ही अभिलेखों में दर्ज त्रुटियों को सही भी किया जाता है. उसके बाद सभी दस्तावेजों का तहसील स्तर पर नवीनीकरण भी किया जाता है लेकिन इन दस्तावेजों में कोई सुधार नहीं किया गया.
कानपुर देहात की जिलाधिकारी नेहा जैन ने बताया कि उन्हें इस तरह के मामले की कोई जानकारी नहीं थी. उन्होंने इस तरह की भूमियों का निरीक्षण करने का आश्वासन दिया है. इन जमीनों की जांच कराकर शासन स्तर पर भी अवगत कराया जाएगा. अगर शत्रु संपत्ति है तो नियमताः कानून के अनुरूप कार्यवायी की जाएगी.
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