कानपुर देहातः जनपद की भोगनीपुर विधानसभा में आयोजित जनसभा को संबोधित करने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पहुंचे. बीजेपी प्रत्याशी राकेश सचान के समर्थन में आयोजित सभा में उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के रक्षक नहीं बल्कि भक्षक के रूप में काम किया. साथ ही कहा कि मैं बहुत बड़ा गंभीर आरोप अखिलेश यादव पर लगा रहा हूं कि वह अपने कार्यकाल के दौरान आतंकवादियों और मुजाहिद्दीनो व माफियाओं खनन माफियाओं का साथ दिया करते थे.
वह बोले कि यह चुनाव सरकार बनाने का नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश को विकास की ऊंचाइयों पर ले जाने का है. उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता अपने कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड दिखाने का दम रखता है, बाकी किसी भी पार्टी में अपना रिपोर्ट कार्ड दिखाने का दम नहीं है. यह सिर्फ मोदी जी में दम है.
उन्होंने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वह 56 इंच के सीने पर सवाल उठा रहे थे. मोदी सरकार ने 24 घंटे बिजली दी है. यह पीएम मोदी की ताकत थी. सपा ने गांव में बिजली ही नहीं पहुंचाई तो बिजली मुफ्त क्या करेंगे. मोदी सरकार ने 18000 गांवों में बिजली पहुंचाई है. 40 फ़ीसदी आबादी को हेल्थ योजना दी है. उत्तर प्रदेश के दो करोड़ परिवारों को 5 लाख के मुफ्त इलाज की योजना गरीब परिवारों को दी है व जेपी नड्डा बोले कि सपा सरकार में भूमाफिया मकान हड़पने वालों को संरक्षण मिलता था.
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उन्होंने अपील की कि जनता गांव-गांव जाकर मोदी जी का संदेश पहुंचाए. समाजवादी सरकार आतंकवाद को संरक्षण देती थी. नड्डा ने कहा कि 2007 में गोरखपुर के गोलघर में बम ब्लास्ट हुआ था व पाकिस्तान प्रायोजित इंडियन मुजाहिदीन और बांग्लादेश के आतंकी संगठन ने बम ब्लास्ट कराया था. एनआईए ने आतंकवादी तारीख कासिम और मुजाहिद को गिरफ्तार किया था. सपा सरकार ने दोनों आतंकियों के केस विड्रॉ कर लिए. हाईकोर्ट ने ऐसा करने से मना करते हुए दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई.
सपा सरकार में 31 दिसंबर 2007 में रामपुर में सीआरपीएफ के जवानों पर हमला हुआ था. 7 जवान शहीद हुए थे. यूपी पुलिस उन्हें भी गिरफ्तार नहीं कर पाई थी व एनआईए ने गिरफ्तार किया था. 7 लोग दायरे में आए थे व आजम खान के कहने पर केस विड्रा किया था. इलाहाबाद हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद सब को सजा हुई, उस समय रक्षक ही भक्षक बन गए थे.
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