कानपुर देहात: जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह प्रतिदिन समीक्षा बैठक कर रहे हैं, लेकिन कुछ अफसर इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. डीएम की समीक्षा बैठक में जिले के मुख्यचिकित्सा अधिकारी व सीएमएस जिला अस्पताल महिला, ड्रग इंस्पेक्टर सहित आठ अधिकारी बैठक में अनुपस्थित मिले. इन पर कार्रवाई करते हुए डीएम ने सभी का वेतन रोक दिया है. सभी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है.
रोजाना 9 बजे बैठक
कोरोना की रोकथाम के लिए शासन की तरफ से प्रतिदिन जिला मुख्यालय पर समीक्षा बैठक के निर्देश दिए गए हैं. जनपद के माती कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में जिलाधिकारी जितेंंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में प्रतिदिन सुबह 9 बजे स्वास्थ्य विभाग समेत आला अफसरों की बैठक होती है. हालांकि बैठक को लेकर अफसर लापरवाही बरत रहे हैं.
ये अधिकारी रहे नदारद
बुधवार को समीक्षा बैठक में मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश कटियार, महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. शुभ्रा मिश्रा, डॉ. जेएस चौहान, जिला संक्रमण रोग प्रभारी डॉ. यतेंद्र कुमार शर्मा, सहायक श्रमायुक्त अवधेश कुमार, जिला खाघ विपणन अधिकारी शिशिर कुमार, औषधि निरीक्षक रेखा सचान व सचिव मंडी समिति सुधीर कुमार नदारद रहे. इतना ही नहीं, उन्होंने जिलाधिकारी को सूचित भी नहीं किया था. इस बाबत जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई.
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि अफसरों की मनमानी पर कार्रवाई की गई है. सभी अनुपस्थित अधिकारियों का वेतन रोक दिया गया है. सभी से जवाब तलब किया गया है. कहा गया कि अगर समय से जवाब नहीं आता है तो रिपोर्ट शासन को तलब की जाएगी.