कानपुर देहात: जिले के बारा गांव में ट्रांसपोर्टर राकेश पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी तौफीक को छोड़कर बाकी सबकी जमानत हो चुकी है. आरोप है कि जेल से बाहर आते ही मृतक के परिवार को धमकाया गया है. पीड़ित परिवार गांव छोड़ कर चला गया है. एसपी ने अकबरपुर पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. पुलिस ने मृतक ट्रांसपोर्टर के बेटे से तहरीर मांगी है. एफआईआर दर्ज कर पुलिस बाहर आए सभी आरोपियों की जमानत को निरस्त कराएगी.
मामला जिले के अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बारा गांव का है. बीती 23 अगस्त को ट्रांसपोर्टर राकेश पाल पर चाकू से वार कर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. जानकारी के मुताबिक, राकेश पाल अपने गांव के एक महिला के अवैध संबंधों के बारे में जान गया था. इसके बाद राकेश महिला और उसके प्रेमी के बीच रोड़ा बन रहा था.
एक बार के विवाद में आरोपी तौफीक का राकेश पाल के साथ विवाद भी हो गया था. इसके बाद 23 अगस्त को जब रोजाना की तरह राकेश पाल खेतों में पशुओं को चराने गए थे, तभी तौफीक वहां पर आया और चाकू व सब्बल से राकेश पाल की हत्या कर दी. इसके बाद घर पहुंचकर तौफीक ने हत्या में प्रयुक्त उपकरण छिपा दिये.
हत्या के बाद साक्ष्य को छिपाने में तौफीक के माता, पिता, भाई, भाभी व गांव के ही युवक नसीम को नामजद किया गया. मामले में मुख्य आरोपी तौफीक को छोड़कर अन्य की जमानत हो चुकी है. वहीं दो अन्य आरोपी गांव के शकील खां और छोटे मुन्ना अभी भी फरार चल रहे हैं. पुलिस को अन्य दो आरोपियों की तलाश जारी है.
मृतक के बेटे शिवम के अनुसार, जमानत के बाद जेल से बाहर आने पर 30 सितंबर को रात 11 बजे आरोपी घर पर आए थे और धमकाया था. साथ ही समझौता न करने पर जान से मारने की बात कही थी. दबंगों के भय के चलते पीड़ित परिवार गांव छोड़कर कानपुर चला गया है.
मामल में एसपी केशव कुमार चौधरी ने बताया कि पीड़ित परिवार की तहरीर पर घर के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया है. इंस्पेक्टर तुलसीराम पांडेय ने बताया कि मृतक के बेटे से तहरीर मांगी गई है. एफआईआर दर्ज करके जेल से बाहर आए आरोपियों की जमानत निरस्त कराई जाएगी.