कानपुर देहात: विकास दुबे के गुर्गे जिला पंचायत सदस्य अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है. गुड्डन त्रिवेदी पर आरोप है कि वह तथ्यों को छिपाकर शस्त्र लाइसेंस लेता था. बता दें कि गुड्डन त्रिवेदी कुख्यात आरोपी विकास दुबे का करीबी रहा है. उसने अपने आपराधिक इतिहास को छिपाने के लिए सभी तथ्यों को छिपाकर कानपुर देहात से शास्त्र लाइसेंस लिया था. उसने अपना मूल निवास स्थान कुढ़वा शिवली के बजाय रूरा दिखाकर आवेदन किया था.
यही नहीं उसने फर्जी शपथ पत्र लगाए थे. पुलिस ने उसके मूल निवासी पते की छानबीन नहीं की थी, लेकिन एसआईटी की जांच में खुलासा होने पर गुड्डन के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है. यही नहीं उस पर यह भी आरोप लगा है कि उसने फर्जी दस्तावेजों को लगाकर मोबाइल सिम कार्ड भी लिया है. जनपद के अलग-अलग कामों में गुड्डन त्रिवेदी द्वारा फर्जी आईडी व दस्तावेजों को लगाया गया है.
मूल रूप से कानपुर देहात जिले के कुढ़वा शिवली का रहने वाला गुड्डन त्रिवेदी सन 1996 में रूरा थाना क्षेत्र के कस्बे के अम्बेडकर नगर में रहने लगा था. शिवली थाने में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. इस कारण उसने रूरा के पते से आवेदन करके वर्ष 1998 में राइफल और 2010 में दोनाल बंदूक का लाइसेंस लिया था, लेकिन बिकरू कांड के बाद गुड्डन फरार हो गया था. हालांकि एसटीएफ ने उसे मुंबई से गिरफ्तार कर लिया था. इस समय वह जिले की माती जेल में बंद है.
वहीं एसआईटी की जांच में गुड्डन त्रिवेदी द्वारा फर्जी दस्तावेजों को लगाकर शस्त्र लाइसेंस व सिम लेने का बड़ा खुलासा होने के बाद कानपुर देहात के रूरा थाने में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने बताया कि अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी के खिलाफ धोखाधड़ी व फर्जी दस्तावेजों को लगाने की रिपोर्ट दर्ज की गई है. बता दें कि इससे पहले सोमवार को गुड्डन त्रिवेदी की पत्नी कंचन त्रिवेदी पर शिवली कोतवाली में तथ्य छिपाकर लाइसेंस लेने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पति-पत्नी दोनों के शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए जिला प्रशासन को पहले ही रिपोर्ट भेजी जा चुकी है.