कन्नौज: तिर्वा मेडिकल कॉलेज में बुजुर्ग का शव जमीन पर घसीट कर ले जाने के मामले में प्रशासन हरकत में आ गया है. डीएम के निर्देश पर एडीएम ने सीओ तिर्वा और मेडिकल कॉलेज के सीएमएस को मामले की जांच की जिम्मेदारी दी है. दो सदस्यीय टीम को दो दिन में जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं. ईटीवी भारत ने खबर को प्रमुखता से दिखाया था. इस खबर पर संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन हरकत में आया है. जांच में दोषी पाए जाने वाले कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाने की बात कही जा रही है.
मंगलवार को तिर्वा कस्बा स्थित मेडिकल कॉलेज में मोचर्री से सील बंद शव को जमीन पर पुलिस कर्मी और स्वास्थ्य कर्मी द्वारा खींचने का एक वीडियो वायरल हुआ था. वायरल वीडियो में चार व्यक्ति एक शव को खींच रहे थे. जिसमें एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में था. इस मामले को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया था. खबर प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया.
डीएम राकेश कुमार मिश्रा के निर्देश पर एडीएम गजेंद्र सिंह ने दो सदस्यीय टीम को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है. एडीएम ने मामले की जांच सीओ तिर्वा दीपक दुबे और मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह को दी है. टीम को दो दिन में जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए है. एडीएम गजेंद्र सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज का एक आठ सेकेंड का वीडियो वायरल हो रहा है. वाडियो में चार लोग नजर आ रहे है. जिसमें तीन लोग सिविल ड्रेस में है. जबकि एक वर्दी में है. एक काले बैग को खींच रहे है. जिसमें शव है. मामले में सीओ तिर्वा व सीएमएस से बात हुई है. मामले की जांच दोनों लोगों को सौंपी गई है. टीम दो दिन में जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी.
क्या था मामला
मामला कन्नौज जिले का है, जहां यूपी पुलिस का अमानवीय चेहरा देखने को मिला था. राजकीय मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी से पुलिस एक अज्ञात बुजुर्ग के शव को जमीन पर घसीटते हुए ले गई थी. मौत के बाद भी बुजुर्ग को पुलिसकर्मी एक स्ट्रेचर नहीं दिला सके. वहीं बुजुर्ग के शव को घसीटते हुए ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था.
दरअसल, एक 60 वर्षीय अज्ञात बुजुर्ग को जिला अस्पताल में घायल अवस्था में भर्ती कराया गया था, जहां हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने बुजुर्ग को तिर्वा कस्बा स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था. बताया जा रहा है कि 8 अगस्त को बुजुर्ग को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां 15 अगस्त को बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो गई.
इसे भी पढ़ें:- देवबंद में बनेगा ATS कमांडो सेंटर, अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद लिया फैसला
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को मेडिकल कॉलेज में रखवा दिया था. 16 अगस्त को पोस्टमार्टम के लिए शव को ले जाते समय पुलिसकर्मियों ने मानवता की सारी हदें पार कर दीं. शव को स्ट्रेचर से ले जाने की बजाए पुलिसकर्मी मोर्चरी से बैग में रखकर जमीन पर घसीटते हुए लेकर गए. शव को घसीटते समय पुलिसकर्मियों का किसी व्यक्ति ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होते ही हड़कंप मच गया. एसपी प्रशांत वर्मा ने बताया कि वायरल वीडियो में बैग को खींचते हुए पुलिसकर्मी दिख रहे हैं. शव नहीं दिखाई दे रहा है. मामले की जांच की जा रही है.