कन्नौज: जिले के पैंदाबाद की गोशाला में लापरवाही के चलते दो गोवंशों की मौत हो गई,जबकि दो गोवंशों की हालत गंभीर है. ऐसे में गोवंशों की रक्षा के लिए बनाई गई गोशालाओं की व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा होता है. वहीं अधिकारी केवल जांच के नाम पर पल्ला झाड़ लेते हैं.
गोवंशों को टीनशेड के नीचे सर्द हवाओं के बीच रखा गया है
जिले के ग्राम पैंदाबाद में बनी गोशाला में गौवंशों की हालत देखकर हर कोई सकते में है. सर्दी के मौसम में गोवंशों की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इन्तजाम नहीं किये गये हैं. सर्दी के मौसम में गोवंशों को टीनशेड के नीचे सर्द हवाओं के बीच रखा गया है. इसकी वजह से गोवंशों की मौत हो रही है. वहीं जिला प्रशासन जानकर भी अन्जान बना हुआ है.
इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी है
पैंदाबाद की गौशाला में लापरवाही के चलते कुछ गोवंशों की हालत बिगड़ गई. जिसमें दो गोवशों की मौत भी हो गई, वहीं दो गोवंशों की हालत नाजक बनी हुई है. जिसको लेकर जिला प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है ,लेकिन इस तरह की लापरवाही पर कोई ठोस कार्रवाई न होने के चलती ऐसी लापरवाही आये दिन देखने को मिलती है. इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी है.
गोशाला में मौत के बाद बिना पोस्टमार्टम के ही दफन कर दिए जाते है गोवश
गोशालाओं में गोवंशों के मरने पर प्रधान और गोशाला के कर्मचारी शव को कहीं सुनसान जगह पर दबाकर दफना देते हैं. वहीं खुदाई करने पर उनके अवशेष दिखाई पड़ते हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि इन गोशालाओं में लापरवाही से गोवंशों की मौत पर पर्दा डाल दिया जाता है, ताकि किसी को भनक तक न लग सके.
गोवंशों के शव को नोचते हैं कुत्ते
शासन और प्रशासन की सख्ती के बाद भी ग्राम प्रधान और गोशाला कर्मचारियों की लापरवाही सामने देखने को मिल रही है. गोशाला में मरने वाले गोवंशों के शव में भी लापरवाही देखने को मिल रही है. कहीं भी गोवंशों को शव को फेंक दिया जाता है, जिस कारण शव को कुत्ते नोचते हैं.
हम मुख्य पशु चिकित्साधिकारी और वहां के प्रभारी डाक्टर को निर्देशित कर मामले की जांच कराएंगे. अगर गोवंशों का मरना नेचुरल नहीं है तो हम उन लोगों के खिलाफ जांच करके कार्रवाई करेंगे.
-शैलेश कुमार ,उपजिलाधिकारी
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